दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के हंसराज कालेज के हॉस्टल व कैंटीन में नान वेज खाने पर मनाही कर दी गई है। इससे छात्र परेशान हैं। इनमें सबसे ज्यादा परेशानी उन छात्रों को हो रही है जो विदेश हैं और यहां आकर पढ़ाई कर रहे हैं। साथ ही उत्तर-पूर्वी या दक्षिणी राज्यों के रहने वाले छात्र भी परेशान हो गए हैं।
हॉस्टल व कैंटीन में वेजिटेरियन ही मिलेगा
छात्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कोरोना महामारी के दौरान पहले लाकडाउन के बाद फिर से ऑफलाइन क्लास शुरू हुईं और मार्च से छात्रावास खुले तो नान वेज को बंद कर दिया गया। यहां तक इस साल हुए दाखिलों के लिए निकाले गए प्रोस्पेक्टस में भी यह बात साफतौर पर लिखी गई है कि कॉलेज के हॉस्टल व कैंटीन में वेजिटेरियन खाना ही मिलेगा।
कॉलेज में नानवेज बैन
गौरतलब है कि कॉलेज के बॉयज हॉस्टल में 183 छात्र व गर्ल्स हॉस्टल में 12 छात्राएं रहती हैं। नान वेज खाने पर रोक होने के बाद से छात्र कई बार कॉलेज प्रशासन से नानवेज शुरू करने की मांग कर चुके हैं। लेकिन, छात्रों का कहना है कि कॉलेज प्रशासन का साफ कहना है कि जिन्हें नान वेज खाना है वह बाहर खा सकते हैं या फिर छात्रावास छोड़कर दूसरी जगह रह सकते हैं। ऐसे में छात्र काफी परेशान हैं।
पहले से हो चुका है ऐसा
जब कॉलेज प्रशासन से बात की गई तो पता चला कि 3-4 साल पहले से ही ऐसा किया जा चुका है। लेकिन इस बारे में कमेटी को स्टूडेंट्स से बात करनी चाहिए थी। हंसराज कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोफेसर रामा ने कहा है, "मुझे याद नहीं है कि नॉन-वेज खाना दिया जाना कब बंद किया गया। ऐसे फैसलों से से पहले स्टूडेंट्स से बात करना जरूरी है, उसके बाद ही नॉन-वेज खाना बंद किया जाना चाहिए था।" प्रोफेसर रामा ने यह भी कहा, "कॉलेज प्रशासन को ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है कि सिर्फ़ शाकाहारी खाना ही दिया जा रहा है। कॉलेज के किसी भी स्टूडेंट ने इस संबंध में कोई शिकायत नहीं की है।
आपको बता दें कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस का हंसराज कॉलेज काफी मशहूर कॉलेज है। हर साल इस कॉलेज में एडमिशन के लिए छात्रों में होड़ मची रहती है। यही वजह है कि कॉलेज के ज्यादातर कोर्स में एडमिशन के लिए कटऑफ 95 से 99 प्रतिशत के बीच रहती है।