कोरोना संकट के दौर में तकनीकी शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे छात्र छात्रों को बड़ी राहत मिली है। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) ने ऐसे स्टूडेंट्स को फीस वापस करने का निर्देश दिया है जो किसी कारणवश अपना दाखिला रद्द करना चाहते हैं। हालांकि पूरी फीस सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स को वापस मिलेगी जो 10 नवंबर 2020 तक एडमिशन वापस ले लेंगे।
काउंसिल ने उन स्टूडेंट्स को भी राहत दी है, जो पढ़ाई करते हुए किसी भी समय किसी कारण से एडमिशन रद्द करना चाहते हैं। संस्थान ऐसे स्टूडेंट्स से अगले सेमेस्टर की फीस नहीं ले सकते। साथ ही, संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे स्टूडेंट्स को सभी तरह के रिफंडेबल अमाउंट और डॉक्यूमेंट्स एडमिशन रद्द होने के सात दिन के अंदर दे दें।
पूरी फीस होगी वापस
एआईसीटीई के नए नियम के अनुसार वे स्टूडेंट्स जो 10 नवंबर 2020 तक एडमिशन वापस ले लेंगे, उन्हें अधिकतम 1000 रुपये प्रोसेसिंग फीस काटकर बाकी पूरी रकम वापस मिल जाएगी। जो स्टूडेंट्स 10 नवंबर के बाद एडमिशन वापस लेते हैं, और उनकी सीट 15 नवंबर तक किसी और स्टूडेंट के एडमिशन से भर जाती है, उन्हें 1000 रुपये प्रोसेसिंग फीस के अलावा ट्यूशन व हॉस्टल फीस में निश्चित हिस्से की कटौती करके बाकी रकम वापस मिलेगी।।
10 नवंबर के बाद ये होंगे नियम
लेकिन अगर 10 नवंबर के बाद एडमिशन वापस लेने वालों की सीट 15 नवंबर तक नहीं भरती है, तो उन्हें सिर्फ सिक्योरिटी डिपॉजिट की रकम और जमा किए गए ओजिनल डॉक्यूमेंट्स ही वापस मिलेंगे। इसके अलावा काउंसिल ने इंस्टीट्यूट्स से कहा है कि वे स्टूडेंट्स के वास्तविक दस्तावेज और इंस्टीट्यूट लीविंग सर्टिफिकेट भी अपने पास नहीं रख सकते।