Highlights
- अडानी समूह को प्राइवेट यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए मिली मंजूरी
- गुजरात राज्य निजी विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 के तहत विधेयक हुआ था पारित
- एआईईआर ने किया था अडानी समूह के लिए आवेदन
अहमदाबाद: देश का प्रतिष्ठित अडानी समूह अब शिक्षा के क्षेत्र में भी बदलाव लाने की तैयारी में है। अडानी समूह को एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए मंजूरी मिल गई है। गुजरात राज्य विधानसभा द्वारा गुजरात राज्य निजी विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 के तहत एक विधेयक पारित करने के बाद ऐसा हुआ है। इस प्राइवेट यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए अडानी समूह का आवेदन इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड रिसर्च (एआईईआर) ने दिया था। अडानी समूह ने मीडिया रिलीज के जरिए ये जानकारी दी है।
इस मौके पर अडानी फाउंडेशन फॉर एजुकेशन एंड रिसर्च (एआईईआर) की अध्यक्ष और ट्रस्टी डॉ प्रीति जी अडानी ने कहा, 'भारत इंडस्ट्री की जरूरतों और एजुकेशन सिस्टम के बीच स्किल गैप की चपेट में है। ऐसे में अपस्किलिंग के माध्यम से इस गैप को दूर करने के लिए एक्टिव तरीके से सॉल्यूशन निकालना अहम है।'
डॉ प्रीति जी अडानी ने कहा, 'अडानी यूनिवर्सिटी में, हमारा लक्ष्य एक ऐसा मॉडल बनाना है, जो इंडस्ट्री की जरूरतों के साथ तालमेल बिठा सके। हम सही नॉलेज, स्किल और एटीट्यूट देकर प्रतिभाओं को मंच देना चाहते हैं और योग्यता के बीच की खाई को भरना चाहते हैं। इसके अलावा हम चाहते हैं कि जो भी यहां शिक्षा ले, वह एक प्रोफेशनल और एक इंसान के तौर पर खुद में पूर्ण महसूस करे और हम राष्ट्र निर्माण में योगदान देना जारी रखें।'
डॉ प्रीति जी अडानी ने कहा, 'अडानी यूनिवर्सिटी में एक नॉलेज बेस्ड इकोसिस्टम ट्रांसफॉरमेटिव रिसर्च को बढ़ावा देगा, जोकि वास्तविक दुनिया की समस्याओं पर प्रभाव डालने पर केंद्रित होगा।' उन्होंने कहा कि हम प्रोडक्टिविटी बढ़ाने, सामाजिक और राष्ट्रीय एकता हासिल करने, मॉर्डनाइजेशन के प्रोसेस में तेजी लाने और सामाजिक, नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को विकसित करने में योगदान देने के लिए एक मंच बनाना चाहते हैं।
अडानी समूह ने मीडिया रिलीज के माध्यम से ये भी बताया है कि अडानी यूनिवर्सिटी को प्राइवेट यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की प्रक्रिया में एआईईआर के आवेदन और एक परिवर्तनकारी यूनिवर्सिटी के प्रस्ताव का सावधानी से किया हुआ मूल्यांकन शामिल था। इस आवेदन की जांच गुजरात राज्य शिक्षा विभाग द्वारा नामित समिति ने की थी। समिति की सिफारिशों के आधार पर, गुजरात सरकार ने इसे राज्य विधानसभा में विचार के लिए भेजा था। अब अडानी यूनिवर्सिटी शैक्षणिक वर्ष 2022 में कार्यक्रमों की पेशकश करेगी।