आजकल के रिश्ते में कब-कौन-क्या कर बैठे कहना काफी मुश्किल है। लोग पैसों को रिश्तों से ज्यादा तवज्जों देने लगे हैं। ऐसे ही एक खबर महाराष्ट्र से सामने आ रही है। यहां एक भांजे ने ही अपने मामा के घर में डाका डाल दिया और उनके घर से 10 लाख रुपये लेकर भाग गया। इस लूट में युवक के चाचा और उसकी गर्लफ्रेंड ने भी बराबर का साथ दिया। पुलिस ने अब तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
बुर्का पहन कर घर में घुसे
दरअसल, मीरा रोड पूर्व के काशीगांव स्थित जनता नगर में आदिल अहमद (21) अपनी पत्नी और दो भाइयों के साथ रहते हैं। उनकी अमूल दूध की एजेंसी है। कंपनी से दूध खरीदकर वह शहर में बांटने का काम करते हैं। आदिल विकलांग होने के कारण दूध वितरण के काम पर नहीं जाते। सोमवार सुबह 4 बजे के करीब आदिल के दोनों भाई दूध देने के लिए गए थे। उस समय आदिल और उनकी पत्नी घर में अकेले थे।
इसी बीच अचानक घर का दरवाजा खुला और तीन अनजान लोग घर में घुस गए, जिन्होंने बुर्का पहना हुआ था, इनमें एक महिला भी थी। उन्होंने बंदूक दिखाकर आदिल और उनकी पत्नी को बांध दिया और घर में रखे 10 लाख रुपये लेकर भाग गए। यह लूट महज 5 मिनट में हो गई।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
इस बड़ी चोरी की जांच के लिए काशीगांव पुलिस ने एक टीम बनाई। फिर सीसीटीवी के माध्यम से आरोपियों का पीछा किया। पुलिस को धोखा देने के लिए आरोपी घर से निकलकर एक रिक्शा में बैठे, फिर कुछ दूर जाकर एक गाड़ी में बैठकर फरार हो गए। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से उस गाड़ी का नंबर पता किया और उसके मालिक का पता लगाया। वह कार बदलापुर के एक व्यक्ति की थी, जिसने वह कार नया नगर के एक व्यक्ति को बेची थी। नया नगर के उस व्यक्ति ने कार नालासोपारा के 23 वर्षीय जुबेर नाम के युवक को बेची थी।
पुलिस जब उस युवक के पास पहुंची तो चौंक गई, क्योंकि वह युवक शिकायतकर्ता का भांजा निकला। उसने अपनी प्रेमिका और चाचा की मदद से इस लूट की योजना बनाई थी, यह जानकारी काशीगांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राहुल पाटिल ने दी।
‘लोन ऐप’ के कर्ज के कारण बनाई लूट की योजना
जुबेर ने एक लोन ऐप पर कर्ज लिया था, जिसकी रकम 8 लाख तक पहुंच गई थी। कर्ज न चुका पाने के कारण उसे धमकियां मिल रही थीं। इस कर्ज को चुकाने के लिए उसने अपने मामा को लूटने की योजना बनाई। उसे पता था कि मामा के घर में सुबह नकदी जमा होती है। इसके लिए उसने खिलौने की बंदूक ली और अपनी प्रेमिका इकरार (21) और चाचा कामरान (30) को इस योजना में शामिल किया। उनकी योजना सफल तो रही, लेकिन काशीगांव पुलिस ने तेजी से जांच कर 36 घंटे में ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
(इनपुट- हनीफ पाटिल)
ये भी पढ़ें:
महाराष्ट्र में मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूदे डिप्टी स्पीकर नरहरी झिरवल, सुरक्षा जाली पर अटके