नई दिल्ली। JEE Mains परीक्षा में लगभग 26 प्रतिशत अभ्यर्थी भाग नहीं ले पाए हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक देशभऱ में इस साल 8.58 लाख छात्रों ने JEE Mains परीक्षा के लिए आवेदन किया था और परीक्षा में 6.35 लाख ने भाग लिया है। इन आंकड़ों को देखें तो लगभग 26 प्रतिशत विद्यार्थी परीक्षा में नहीं बैठे हैं।
रमेश पोखरियाल निशंक ने यह जानकारी भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के उस ट्वीट के जबाव में दी है जिसमें उन्होंने JEE Mains के आवेदकों की संख्या 18 लाख बताई थी और कहा था कि सिर्फ 8 लाख बच्चे ही परीक्षा में बैठ सके हैं।
HRD मंत्री ने वजह भी बताई की क्यों परीक्षा में 26 प्रतिशत कम बच्चे बैठे हैं। उन्होंने कहा कि JEE Mains परीक्षा साल में दो बार होती है और पहली बार यह जनवरी 2020 में हो चुकी थी और उस परीक्षा के कई बच्चों ने भी सितंबर की परीक्षा के लिए आवेदन किया था। HRD मंत्री ने बताया कि हो सकता है कि जनवरी की परीक्षा में बच्चे अच्छा रैंक ले चुके हों और इसलिए सितंबर की परीक्षा में नहीं बैठे हों। हालांकि परीक्षा में 26 प्रतिशत कम बच्चों के बैठने को लेकर HRD मिनिस्टर के इस तर्क को लेकर उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया जा रहा है।
HRD मंत्री ने एक बार फिर से साफ किया कि JEE Mains परीक्षा को और ज्यादा टाला जाना संभव नहीं था इसलिए इसे सितंबर में ही करवाया गया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने हमेशा बच्चों के हित में काम किया है।