12 वीं बोर्ड के रिजल्ट पहले ही जारी हो चुके हैं, इसमें अगर आप पास हो चुके हैं और अब ग्रेजुएशन में एडमिशन लेने वाले हैं तो ये खबर आपके बेहद काम की है। जानकारी दे दें कि अब ग्रेजुएशन में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को सीयूईटी का एंट्रेंस एग्जाम देना होता, जिसके जरिए ही आपको एडमिशन मिलता है। ऐसे में आपका स्कोर तय करता है कि आपको किस कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल सकता है।
मैच करना होता है कटऑफ
वहीं, कुछ कॉलेज या यूनिवर्सिटी अभी सीयूईटी के एग्जाम के अलावा भी अपने एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं। इसके जरिए भी एडमिशन मिलता है। अगर आपकी कोई पसंदीदा कॉलेज या यूनिवर्सिटी है और कुछ नंबरों से आप कटऑफ क्राइटेरिया मैच नहीं कर पाते तो काफी दुख होता है। ऐसे में आपको हम ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं,जिससे आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी। सीयूईटी एग्जाम में नंबर बढ़ाने के लिए आपको इन नियमों को पालन करना होगा, इससे आपको कुछ एक्सट्रा नंबर मिल जाएंगे और आपको अपने पंसदीदा कॉलेज या यूनिवर्सिटी में दाखिला मिल जाएगा।
एक्स्ट्रा मार्क्स के लिए क्या है नियम?
यूजीसी एडमिशन की प्रक्रिया में ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के साथ ही खेल व एनसीसी वाले छात्रों को अतिरिक्त नंबरों का फायदा मिलता है।
- उन छात्रों को जो ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी या निजी स्कूलों से कक्षा 12वीं पास करते हैं, उन्हें कुल नंबरों का 5 प्रतिशत वेटेज मिलता है।
- वहीं, नेशनल टैलेंट सर्च एग्जाम (NTSE) में चुने गए छात्र-छात्राओं को उनके प्रदर्शन के आधार पर 10 प्रतिशत नंबरों का वेटेज दिया जाता है।
- पढ़ाई के दौरान खेलों में हिस्सा लेने वाले छात्र-छात्राओं को डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से बनाए गए ग्रेडेशन कार्ड पर भी 2 से 5 प्रतिशत तक वेटेज मिलता है।
- साथ ही एनसीसी कैडेट के बी व सी लेवल के ग्रेडेशन कार्ड के लिए 2 से 5 प्रतिशत का वेटेज दिया जाता है।
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