देशभर में कल CTET जुलाई सेशन की परीक्षा का आयोजन किया गया। इस बीच बिहार के दरभंगा जिले से परीक्षा में फर्जीवाड़े की खबर आई है। यहां सीटीईटी एग्जाम को फर्जी तरीके से देने का मामला सामने आया है। बिहार पुलिस ने रविवार को दरभंगा जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर किसी ओर की जगह केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी)-2024 देने के आरोप में दो महिलाओं सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया।
इन क्षेत्रों से हुई गिरफ्तारियां
दरभंगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) जगुनाथ रेड्डी ने बताया, "लहेरियासराय थाने क्षेत्र के विभिन्न केंद्रों से नौ गिरफ्तारियां की गईं, जबकि सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक केंद्र से दो और बहादुरपुर थाने के तहत आने वाले एक केंद्र से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।"
ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
पुलिस ने बताया कि एग्जाम सेंटर्स पर अभ्यर्थियों के बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट स्कैन से इस फर्जीवाड़े का पता चला। पुलिस ने निरीक्षकों और प्रशासकों की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की है। मिली जानकारी के अनुसार फर्जी परीक्षार्थियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।
असली परीक्षार्थियों के बारे में भी पता कर रही पुलिस
वहीं, दूसरी तरफ असली परीक्षार्थियों के बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस यह भी जांच कर रही है कि गिरफ्तार किए गए लोग किसी अंतरराज्यीय धोखाधड़ी गिरोह से जुड़े हैं या नहीं।
राजस्थान में वनरक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 11 लोग अरेस्ट
वहीं, राजस्थान में वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2022 पेपर लीक मामले में SOG व पुलिस ने 11 लोग गिरफ्तार किया। एसओजी ने एक बयान में बताया कि बांसवाड़ा जिले में प्रवीण मालवीया व उसकी पत्नी सविता को पांच जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। बयान के अनुसार, इसके बाद शनिवार को इस मामले में सुकाम डामोर, सुभाष डिंडोर, विरसिंह, शीला, निरमा डामोर, शिल्पा मईडा, संगीता गरासिया, ईश्वरलाल और अभिमन्यु को गिरफ्तार किया गया। बता दें कि वन रक्षक भर्ती परीक्षा 13 नवंबर 2022 को दो शिफ्टों में हुई थी।
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