आगरा। आगरा विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस में एक निजी मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस की अंतिम वर्ष की परीक्षा के 10 छात्रों को नकल करते पकड़ा गया। पर्यवेक्षकों ने पाया कि परीक्षा देने वाले कुछ छात्र अपने आप से ही बात कर रहे थे और बार-बार अपनी छाती पर कुछ दबा रहे थे। जब उनसे दिखाने के लिए कहा गया, तो परीक्षार्थी ने कहा कि यह एक धार्मिक प्रतीक है जिसे दिखाया नहीं जा सकता था। लेकिन आखिर में खुलासा हो गया कि ये एक पूरा झुंड है जो हाई-टेक गैजेट्स, ब्लूटूथ से जुड़े ईयरफोन और सिम-इंसुलेटेड ताबीज के जरिए नकल कर रहा था।
विश्वविद्यालय की एक समिति द्वारा जांच करने के बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। अधिकारियों ने इन गैजेट्स की मदद से छात्रों को बाहर से जबाव बताए जा रहे थे।आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने कहा है कि विश्वविद्यालय समिति द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को एक टिप मिली थी कि कुछ छात्र परीक्षा में नकल करने वाले हैं। तब एक गोपनीय टीम बनाई गई, जिसने इन नकलचियों को पकड़ा।