नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली पर कहर बनकर टूटी यमुना आज भी उफान पर है। दिल्ली में यमुना का जलस्तर इस वक्त डेंजर लेवल से करीब ढाई मीटर ऊपर है और दिल्ली के पॉश इलाके से लेकर यमुना खादर तक पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। राजधानी में शनिवार को बाढ़ के पानी में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई। इस बीच राहत भरी खबर ये है कि जिस डैम के टूट जाने के बाद ITO, राजघाट समेत तमाम सरकारी दफ्तरों में पानी घुस गया था उसे आर्मी की मदद से रिस्टोर कर लिया गया है।
चालू हुआ ओखला वॉटर प्लांट
वहीं ITO बराज के पास के जिन 5 रेगुलेटर को खोलने की कोशिश पिछले तीन दिनों से जारी है उनमें से एक रेगुलेटर को देर रात खोल दिया गया जिसके बाद दिल्ली से बाहर पानी का डिस्चार्ज जारी है। इधर तीन दिन से बंद पड़े तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में से एक ओखला वॉटर प्लांट को जलस्तर में कमी आने के बाद फिर से शुरू कर दिया गया है। यमुना के जलस्तर में कमी आई है, लेकिन यमुना डेंजर लेवल से अब भी ढाई मीटर से ज्यादा ऊपर बह रही है यानी कि दिल्ली की मुसीबत अब भी बरकरार है।
यमुना नदी ने दिए शांत होने के संकेत
दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शुक्रवार देर रात कहा कि सेना ने यमुना नदी के तेज बहाव के कारण इंद्रप्रस्थ के पास क्षतिग्रस्त हुए जल रेगुलेटर (गति व्यवस्थापक) की मरम्मत का काम पूरा कर लिया है। उफनती यमुना नदी ने शुक्रवार को शांत होने के संकेत दिए, हालांकि एक दिन पहले जल रेगुलेटर के क्षतिग्रस्त होने के कारण आईटीओ, रिंग रोड पर बाढ़ का पानी घुस गया, जो बहते-बहते मथुरा रोड पर सुप्रीम कोर्ट के करीब पहुंच गया। उपराज्यपाल कार्यालय के एक बयान में कहा था कि सेना ने आईटीओ बैराज के पांच गेटों को जाम करने वाली गाद और कीचड़ को साफ करने का काम भी पूरा कर लिया है।
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