नयी दिल्ली: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार को सुबह 10 बजे 204 मीटर दर्ज किया गया, जो कि चेतावनी के स्तर 204.50 मीटर के बेहद करीब है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के यमुनानगर जिले के हथिनीकुंड कुंड बैराज से सुबह 10 बजे नदी में 7,418 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड (क्यूसेक) की दर से पानी छोड़ा जा रहा है। एक क्यूसेक 28.317 लीटर प्रति सेकेंड के बराबर होता है।
अधिकारी ने बताया कि सुबह आठ बजे और नौ बजे भी बहाव दर यही था। सोमवार सुबह आठ बजे नदी का जल स्तर 204.38 मीटर दर्ज किया गया। सामान्य तौर पर हथिनीकुंड बैराज में बहाव दर 352 क्यूसेक होता है लेकिन जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद पानी छोड़ने की मात्रा बढ़ा दी गई। पिछले साल 18-19 अगस्त को बहाव दर 8.28 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया था और यमुना नदी का जलस्तर 206.60 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान 205.33 के पार चला गया था। नदी के निचले इलाकों में पानी भरने के बाद दिल्ली सरकार ने बचाव और राहत अभियान शुरू किया था।
दिल्ली के जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि सरकार बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी बाढ़ नियंत्रण प्रणाली तैयार है और जैसे ही जरूरत होगी, इसे कार्य में लगा दिया जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि सरकार के पास यमुना से लगे इलाकों पल्ला गांव से ओखला तक के लिए योजना तैयार है। पिछले कुछ दिनों में यहां भारी बारिश के बाद नदी का जलस्तर बढ़ गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 26 अगस्त से 29 अगस्त के बीच उत्तर पश्चिमी भारत में भारी से बेहद भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।