राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल से एक नवजात बच्ची को चुराने के आरोप में 23 वर्षीय एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि आरोपी ने, जो गर्भधारण करने में असमर्थ थी, गैरकानूनी तरीकों से उसकी मातृत्व की इच्छा पूरी करने के लिए मौके का फायदा उठाया।
जन्म के तुरंत बाद किडनैप हो गई बच्ची
यह घटना तब सामने आई जब समयपुर बादली की एक 19 वर्षीय युवती ने बुधवार को पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई कि उसकी नवजात बेटी को बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल के लेबर वार्ड से एक अज्ञात महिला ने किडनैप कर लिया है। रोहिणी के पुलिस उपायुक्त गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने कहा कि नई मां ने अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया था और इसके तुरंत बाद अपहरण हुआ।
जांच के दौरान पुलिस टीम ने अस्पताल के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण किया। उन्होंने कहा, "एक सीसीटीवी फुटेज में एक महिला को नवजात शिशु के साथ बीएसए अस्पताल के प्रसव वार्ड के गलियारे से बाहर निकलते देखा गया था।"
ई-रिक्शा चालक से की गई पूछताछ
पुलिस ने आसपास के संभावित मार्गों के 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला। सिद्धू ने कहा, "रोहिणी पश्चिम मेट्रो स्टेशन के एक सीसीटीवी फुटेज में, संबंधित महिला को अपहृत बच्चे के साथ एक लाल ई-रिक्शा में चढ़ते देखा गया था।" ई-रिक्शा के चालक का पता लगाया गया और उससे पूछताछ की गई और उसने पुलिस को बताया कि बुधवार सुबह करीब 7 बजे उसने महिला को जिसके पास एक बच्चा था, ईएसआई अस्पताल, सेक्टर 15, रोहिणी के मुख्य द्वार के पास छोड़ दिया था।
महिला के कब्जे से अपहृत बच्ची बरामद
डीसीपी ने कहा, "पता चला कि उसने डीटीसी डिपो, रोहिणी के सामने दो व्यक्तियों से बातचीत की थी। पुलिस टीम ने दोनों व्यक्तियों का पता लगाया और पता चला कि उसने उनके मोबाइल फोन से कॉल किया था। आखिरकार तकनीकी निगरानी के आधार पर बादली निवासी कथित ममता (बदला हुआ नाम) को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके कब्जे से अपहृत बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।"
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