दिल्ली मेट्रो के दरवाजे में साड़ी और जैकेट फंसने के बाद कई मीटर तक घसीटे जाने से घायल हुई एक महिला की मौत हो गई। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि घटना 14 दिसंबर को इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर तब हुई जब महिला अपने बेटे के साथ नांगलोई से मोहन नगर की ओर यात्रा कर रही थी। शुरुआती जांच से पता चलता है कि मेट्रो के दरवाजे का सेंसर महिला के कपड़ों की मौजूदगी का पता लगाने में विफल रहा, जिससे दुर्घटना हुई।
यात्री चिल्लाते रहे, लेकिन मेट्रो नहीं रूकी
पूरा वाकया गुरुवार दोपहर करीब एक बजे का है। इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर गुरुवार दोपहर एक महिला की साड़ी मेट्रो के गेट में फंस गई। इसी दौरान ट्रेन आगे चल पड़ी। इससे महिला काफी दूर तक प्लेटफार्म पर घिसटती रही, जिसके बाद आखिरकार वह पटरी पर गिर गई। इसे देखकर यात्री चिल्लाते रहे, लेकिन मेट्रो नहीं रूकी। प्लेटफार्म के अंतिम छोर पर लगे गेट से टकराने से महिला ट्रैक पर जा गिरी। इससे महिला के सिर में गंभीर चोट आई है। घटना के बाद उसे तुरंत सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया और न्यूरो सर्जरी के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था।
महिला की शिनाख्त 35 वर्षीय रीना के रूप में हुई है। मूलत: दिल्ली के नागलोई निवासी रीना अपने दो छोटे बच्चों के साथ इलाके में रहती थी। ब्रेन ट्यूमर से उसके पति रवि की कई साल पहले मौत हो गई है। बच्चों का गुजारा करने के लिए वह इलाके में ही रेहड़ी पर सब्जी बेचती थी।
मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे घटना की जांच
डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा, ''14 दिसंबर को इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर एक घटना घटी, जहां प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि एक महिला यात्री के कपड़े ट्रेन के दरवाजे में फंस गए थे। जिससे वह घायल हो गई। बाद में इलाज के दौरान शनिवार को अस्पताल में उसकी मौत हो गई।'' उन्होंने आगे कहा, ''मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) इस घटना की जांच करेंगे।''
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