
दिल्ली में मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस खत्म हो गया है। रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले चुकी हैं। रेखा के साथ प्रवेश वर्मा ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है। नई दिल्ली सीट से बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराया है। प्रवेश वर्मा ने तीन हजार से अधिक अंतर से चुनाव जीता।
केजरीवाल के खिलाफ मुखर रहे
दरअसल, दिल्ली की राजनीति में पिछले कुछ वक्त से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सबसे मुखर आवाज बनकर कोई उभरा तो वो प्रवेश वर्मा हैं। ये पूर्व मुख्यमंत्री साहेब सिंह वर्मा के बेटे हैं और दिल्ली के पूर्व सांसद भी रह चुके हैं। इनकी छवि हिंदुवादी नेता की रही है। प्रवेश वर्मा ने 2013 का दिल्ली विधानसभा चुनाव महरौली निर्वाचन क्षेत्र से लड़ा था और उन्होंने कांग्रेस के योगानंद शास्त्री को हराया था।
दो बार लोकसभा सदस्य चुने गए
इसके बाद मई 2014 में उन्हें लोकसभा सदस्य के रूप में चुना गया और 2019 में एक बार फिर उन्हें लोकसभा सदस्य के रूप में चुना गया। इसके अलावा प्रवेश वर्मा 2013 विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली बीजेपी चुनाव समिति के सदस्य भी थे।
दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने जताया था भरोसा
दिल्ली के चुनाव में बीजेपी ने प्रवेश वर्मा पर भरोसा जताया था। प्रवेश वर्मा अक्सर केजरीवाल के खिलाफ हमला बोलते देखे गए थे। बीजेपी ने इस बार के लोकसभा चुनाव में इनका टिकट काट दिया था, जिसके बाद विधानसभा में नई दिल्ली सीट से पार्टी ने चुनावी मैदान में उतारा था। प्रवेश वर्मा जाट बिरादरी से आते हैं। पड़ोसी राज्य हरियाणा के बाद दिल्ली में भी जाट बिरादरी ने बीजेपी पर भरोसा जताया।
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