राजधानी दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर लोग खासा परेशान हैं। पानी के संकट के बीच दिल्ली में इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी गर्मा गई। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पानी की समस्या के समाधान को लेकर रविवार को उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना से मुलाकात की। पानी के समस्या की समाधान को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं की एलजी वीके सक्सेना के साथ कई घंटों की मुलाकात खत्म हो गई। मुलाकात के बाद आम आदमी पार्टी के विधायक राजेश गुप्ता ने कहा कि मीटिंग शांतिपूर्ण तरीके से हुई। एलजी वीके सक्सेना ने भी माना कि दिल्ली में जल संकट है। समस्या का हल निकालना जरूरी है। विधायक राजेश गुप्ता ने कहा कि वह उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में अगर सबने साथ मिलकर काम किया तो इस समस्या का हल निकाला जा सकता है।
शनिवार को आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पानी की समस्या से निजात पाने के लिए उपराज्यपाल को एक चिट्ठी लिखी थी। रविवार सुबह 11 बजे उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलने का समय मांगा था। इसको लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आज होने वाली इस मीटिंग को लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना भी साधा था।
ड्रामा रचने के लिए आंखों में झोंकी गई धूल
वीके सक्सेना ने कहा था कि आम आदमी पार्टी के महासचिव पंकज गुप्ता ने जो एलजी को पत्र लिखा है, वह उपराज्यपाल सचिवालय तक नहीं पहुंचा है। आम आदमी पार्टी के नेता मीडिया में ड्रामा रचने के लिए आंखों में धूल झोंक रहे हैं। राज निवास दिल्ली ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, 'आम आदमी पार्टी के नेता पंकज गुप्ता द्वारा लिखा गया एक पत्र, जिसमें AAP सांसदों , विधायकों और पार्षदों के साथ बैठक के लिए एलजी से समय मांगा गया है। शनिवार शाम से मीडिया में घूम रहा है। मीडिया के लोग एलजी सचिवालय से पूछ रहे हैं कि क्या ऐसा कोई पत्र प्राप्त हुआ है? हालांकि, इस पत्र लेकर आम आदमी पार्टी के कुछ लोग इसे सौंपने के लिए शनिवार रात 9:45 बजे एलजी सचिवालय आए। जब कर्मचारी इसे लेने गए, तो आम आदमी पार्टी के लोग जा चुके थे।'
पानी की समस्या हल करने का सिर्फ दिखावा-LG
साथ ही एलजी ने अपने बयान में आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह की घटना 'पानी की समस्या' को हल करने के लिए नहीं, बल्कि मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए हैं। आम आदमी पार्टी के लोगों ने पत्र को एलजी सचिवालय में नहीं दिया। पानी की समस्या को हल करने के लिए सिर्फ दिखावा किया गया है।
दिल्ली सरकार के रवैये से दुखी हैं LG
दिल्ली के उपराज्यपाल ने कहा, 'दिल्ली सरकार को सोशल मीडिया और प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए गाली-गलौज, आरोप-प्रत्यारोप करने और बच निकलने के बजाय अपने शासन के मॉडल पर पुनर्विचार करना चाहिए। शासन में गंभीरता का अभाव परेशान करने वाला है। दिल्ली के संवैधानिक प्रमुख के तौर पर वह शासन और दिल्ली के लोगों को सेवाएं देने से जुड़े लगभग हर विषय पर आप सरकार के रवैये से दुखी हैं।'