नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश पुलिस के 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा विकास दुबे अभी तक फरार चल रहा है, लेकिन इंडिया टीवी को मिली जानकरी के मुताबिक उसकी तरह दिखने वाला एक व्यक्ति दिल्ली से सटे फरीदाबाद के एक होटल में कमरा मांगने के लिए पहुंचा था। होटल प्रबंधन के मुताबिक शख्स के पास होटल में कमरा लेने के लिए जरूरी डोक्युमेंट नहीं थे लेकिन एक पैन कार्ड के आधार पर कमरा मांग रहा था और अपना नाम अंकुर बता रहा था। डोक्युमेंट पूरे नहीं होने पर होटल ने उसे कमरा देने से मना कर दिया था। इस बीच फरीदाबाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। ये लोग कौन हैं, अभी पुलिस ने इस बारे में कोई खुलासा नहीं किया है।
क्या विकास दुबे दिल्ली या एनसीआर में छिपा हुआ है? क्या तस्वीर में दिखने वाला व्यक्ति वही है? इस तरह के सवालों का जवाब या तो पुलिस दे सकतीहै या फिर खुद विकास दुबे? इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक फरीदाबाद के होटल में अपने आप को अंकुर बताने वाला शख्स दोपहर लगभग 12.30 बजे आया था और उसकी तस्वीर वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। उस शख्स के वहां से चले जाने के करीब 3 घंटे के बाद पूछताछ के लिए पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम भी पहुंची थी।
खुद को अंकुर बताने वाला वह शख्स कौन था और कहां से आया था यह तो फिलहाल कोई नहीं जानता लेकिन पूछताछ के लिए वहां पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम का पहुंचना यह जरूर दर्शाता है कि पुलिस को विकास दुबे के बारे में कोई भनक जरूर लगी थी और इसी वजह से वह वहां पहुंची थी।
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर अब पुलिस ने ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। इसके अलावा पूरे प्रदेश के टोल नाकों पर उसके पोस्टर भी लगाने को कहा गया है। मामले में अब तक चार पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके है। सोमवार को तीन और पुलिस कर्मी निलंबित किए गए। शनिवार को चौबेपुर थानाध्यक्ष को भी निलंबित कर दिया गया था।
गौरतलब है कि गुरुवार देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को उसके गांव पकडऩे पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था, जिसमें एक क्षेत्राधिकारी, एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। मुठभेड़ में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक घायल है।