दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक बारिश का पानी घुस जाने से चार घंटे से अधिक समय तक फंसे रहने से तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतक छात्रों की पहचान तानिया सोनी, श्रेया यादव (दोनों की उम्र 25 वर्ष) और नवीन डेल्विन (28) के रूप में की गई है। तानिया तेलंगाना और श्रेया उत्तर प्रदेश की थीं, जबकि नवीन केरल के निवासी थे। वे सभी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। शनिवार को कई छात्र कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी में थे कि अचानक सैलाब सा आया और उसमें तीन छात्रों की तड़पकर मौत हो गई।
दिल्ली पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि पानी बेसमेंट तक कैसे पहुंचा, जिसका इस्तेमाल कोचिंग संस्थान लाइब्रेरी के तौर पर कर रहा था। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बेसमेंट, जो जमीन से लगभग आठ फीट नीचे है, में एक लाइब्रेरी थी, जहां शनिवार शाम को कई छात्र मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, भारी बारिश के बाद कोचिंग सेंटर का गेट बंद कर दिया गया था। पानी को बिल्डिंग में प्रवेश करने से रोकने के लिए कोचिंग सेंटर के प्रवेश द्वार पर एक स्टील शेड लगाया गया है।
पुलिस और अग्निशमन विभाग दो सिद्धांतों की जांच कर रहे हैं कि बेसमेंट में पानी कैसे भर गया। एक सिद्धांत से पता चलता है कि जैसे ही बारिश का पानी सड़क पर भर गया, पानी का दबाव इतना अधिक था कि स्टील शेड टूट गया और बेसमेंट में भर गया, जिसके कारण छात्र फंस गए।
सामने आया चौंकाने वाला वीडियो
दिल्ली पुलिस ने जारी की टाइमलाइन
दिल्ली पुलिस की एफआईआर के मुताबिक.....ये घटना शाम 6 बजकर 35 मिनट पर हुई। बारिश का पानी अचानक राव आईएएस स्टडी सेन्टर के बसेमेंट में भर गया।
घटना की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस के एएसआई बीरेंद्र तुरंत मौके पर पहुँचे लेकिन हालात बेहद खराब थे। जिसके बाद थाने में एसएचओ औऱ दूसरे अधिकारियों को जानकारी दी गयी।
फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक करीब 7 बजकर 10 मिनट पर उन्हें कॉल मिली थी ।
क्योकि फायर डिपार्टमेंट के आफिस घटनास्थल से करीब 1 किलोमीटर दूर प्रसाद नगर में है। इसलिए 7.15 तक फायर की टीम मौके पर पहुंच गयी थी।
फायर डिपार्टमेंट के अधिकारी के मुताबिक तुरंत बेसमेंट से पानी को पंप से निकालना शुरू किया गया। ऐसे हालात में डाइवर्स की मदद की जरुरत थी। इसलिए एनडीआरएफ को इस बात की सूचना दी गयी।
सुत्रो के मुताबिक करीब 9 बजे एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुचीं।
क्योकि इलाके की बिजली काट दी गयी थी। इसलिए बड़ी टोर्च से रेस्क्यू चलाया जा रहा था।
फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक रात करीब 10 बजकर 40 मिनट पहले छात्र की बॉडी निकाली गई।
दूसरी बॉडी रात करीब 11 बजकर 10 मिनट पर निकाली गई।
वहीं तीसरी बॉडी रात करीब 1 बजे एनडीआरएफ को मिली।
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या किसी कार को बाहर निकालने के लिए गेट खोला गया था, जिसके कारण पानी बेसमेंट में घुस गया। कोचिंग सेंटर के मालिक और संयोजक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर गैर इरादतन हत्या और लापरवाही के आरोप के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने शहर के उन सभी कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया जो इमारतों के बेसमेंट में चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कोचिंग सेंटर भवन निर्माण उपनियमों का उल्लंघन हैं और मानदंडों के अनुरूप नहीं हैं।
दूसरी ओर, दिल्ली नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि पुराने राजिंदर नगर में व्यावसायिक भवन नियमों के आधार पर कोचिंग सेंटर संचालित करने की अनुमति है। हालांकि, यह जांच चल रही है कि क्या बेसमेंट में कोचिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं, क्योंकि कोचिंग की इजाजत केवल ऊपरी मंजिल पर ही है