नयी दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अनलॉक 3 के तहत होटलों और साप्ताहिक बाजारों की अनुमति देने संबंधी आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के फैसले को खारिज कर दिया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, जैसे कि कोविड-19 की स्थिति 'नाजुक' बनी हुई है और खतरा अभी दूर नहीं हुआ है, तो उसी के मद्देनजर उप राज्यपाल ने यह फैसला लिया है।
उपराज्यपाल के कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा कि केंद्र को दिल्ली सरकार के फैसलों में दखल देना बंद करना चाहिए। सूत्रों ने बताया, 'उपराज्यपाल ने अनलॉक 3 के तहत होटलों और साप्ताहिक बाजारों को अनुमति देने संबंधी सरकार के फैसले को खारिज कर दिया है।' उपराज्यपाल कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, 'इस मामले पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई और इस पर सहमति हुई कि बेशक कुछ सुधार हुआ है, लेकिन महामारी की स्थिति नाजुक बनी हुई है और खतरा अभी दूर नहीं हुआ है। इसलिए सतर्क दृष्टिकोण की जरूरत है।'
अरविंद केजरीवाल सरकार ने शहर में होटलों को फिर से खोलने का गुरुवार (30 जुलाई) को फैसला किया था। सामाजिक दूरी के नियम का पालन करते हुए और कोविड-19 से बचाव के सभी आवश्यक उपायों को अपनाते हुए सात दिन के लिए प्रायोगिक आधार पर साप्ताहिक बाजारों को भी सात दिन के लिए अनुमति दी गई थी। आप प्रवक्ता राघव चड्ढा ने पत्रकारों से कहा, 'केंद्र दिल्ली के लोगों को दर्द और दुख पहुंचाकर और दिल्ली की लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार की अनदेखी करके पर पीड़ा में सुख ले रहा है।' उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ दिनों में, हमने कई मौकों पर देखा है कि केंद्र दिल्ली सरकार के फैसलों में हस्तक्षेप करता आ रहा है।'
चड्ढा ने कहा कि पहला उदाहरण घर पर पृथक रखने संबंधी मॉड्यूल का था जिसका केन्द्र ने पहले विरोध किया लेकिन बाद में लोगों के विरोध के बाद उसे फैसला वापस ले लिया जबकि दूसरा उदाहरण दिल्ली दंगों पर दिल्ली सरकार के वकीलों के पैनल पर था जबकि तीसरा उदाहरण होटलों को खोलने संबंधी दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को खारिज करना है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 1,195 नये मामले सामने आये जिसके बाद मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1.35 लाख से अधिक हो गई है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 27 और लोगों की मौत हो गई और शुक्रवार को मृतकों की कुल संख्या बढ़कर अब 3,963 हो गई है।