दिल्ली में कोरोना काल में कई लोगों को पानी के गलत बिल भेजे गए थे। इसके बाद से करीब 11 लाख से उधिक उपभोक्ताओं ने पानी के बिल को भरना बंद कर दिया। उनका कहना था कि उन्हें गलत रीडिंग भेजी गई है, इस कारण वो इस बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं। इसपर अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा था कि उनकी सरकार एक खास स्कीम लेकर आ रही है। उन्होंने कहा कि दफ्तर में बैठकर फर्जी रीडिंग भर दी गई, जनता को इस कारण गलत बिल आने लगे। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों के लिए हम खास स्कीम लेकर आ रहे हैं, लेकिन भाजपा वालों ने LG को बोलकर स्कीम रुकवा दी ये गलत बात है।
अरविंद केजरीवाल पर बरसीं मीनाक्षी लेखी
अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर अब केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा, "नोबल पुरस्कार किसी चोर को नहीं दिया जाता और जिन्होंने जल बोर्ड में घोटाला किया है। लोगों को जल बोर्ड घोटाले पर ध्यान देना चाहिए। अपने ही जल बोर्ड के अधिकारियों को हटाने के बाद उनके खिलाफ धरना दिया जाए तो यह एक शातिर किस्म की राजनीति है। आप सोचते हैं कि आप बार-बार सबको धोखा दे पाएंगे। यह संभव नहीं है। आप किसी व्यक्ति को एक बार धोखा दें सकते हैं और फिर उसे दूसरी बार भी धोखा दे सकते हैं। लेकिन आप हर बार लगातार धोखा नहीं दे सकते हैं।"
केजरीवाल का है शातिर दिमाग: मीनाक्षी लेखी
उन्होंने कहा, "जल बोर्ड का सीधा संबंध मुख्यमंत्री से है। घोटाला करने के बाद और घोटाला करने के लिए, लगातार उन्होंने अपने अन्य मंत्रियों को व बाकी विधायकों को जलबोर्ड की कमान सौंपी। बीच में यह सौरभ भारद्वाज के पास रहा। इसके बाद सोमनाथ भारती को दिया। लेकिन अच्छी तरह जानते हैं कि इसके पीछे जो शातिर दिमाग काम कर रहा है वह अरविंद केजरीवाल हैं। ये सब मुखौटे हैं। इनके कागज पर साइन हैं। जेल उनके मंत्री जाएंगे और केजरीवाल ये कहकर निकल जाएंगे कि कागज पर मेरे साइन ही नहीं हैं। पहले इन्होंने कहा कि कांग्रेस के मंत्री भ्रष्टाचारी है और अब वे कांग्रेस से ही गठबंधन कर रहे हैं।"