Delhi News: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सिसोदिया के बारे में कहा कि दिल्ली के ‘एक्साइज’ (आबकारी) मंत्री ‘एक्सक्यूज’ (बहाना बनाने वाले) मंत्री बन गए हैं। सिसोदिया के पास दिल्ली का आबकारी विभाग भी है। ठाकुर ने कहा "मामला शराब के कारोबार के लाइसेंस और इसमें शामिल भ्रष्टाचार से जुड़ा है। संबंधित मंत्री मनीष सिसोदिया हैं। उन्होंने सीबीआई(CBI) को जांच सौंपे जाने के दिन आबकारी नीति को पलट दिया। यह कदम क्यों उठाया गया, क्योंकि शराब के कारोबार के लाइसेंस जारी करने में भ्रष्टाचार किया गया है।’’
सिसोदिया ने खुद भी CBI जांच कराने की मांग की थी
आपको बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के.सक्सेना ने आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं की CBI से जांच कराने की सिफारिश की थी। उन्होंने इस मामले में 11 आबकारी अधिकारियों को निलंबित भी किया है। सिसोदिया ने खुद भी कथित अनियमितताओं की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। सीबीआई ने सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में छापेमारी की है। 'न्यूयॉर्क टाइम्स' के पहले पन्ने पर सिसोदिया का नाम छपने के बाद केजरीवाल ने सिसोदिया को "दुनिया का सबसे अच्छा शिक्षा मंत्री" बताया। केजरीवाल ने दावा किया कि सीबीआई की छापेमारी जैसी "बाधाएं" उन्हें भारत को "नंबर एक देश" बनाने के उनके मिशन से नहीं रोक पाएंगी।
असली मुद्दा अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता
केजरीवाल ने आरोप लगाया, "सीबीआई को हमें परेशान करने के लिए ऊपर से कहा गया है।" 'आप' के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि आबकारी नीति में कथित अनियमितताएं सीबीआई को सिसोदिया के पीछे लगाने का सिर्फ एक ''बहाना'' है। उन्होंने कहा, "यहां असली मुद्दा अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता और शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में शासन मॉडल का है।"