नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में 17 मार्च को एक छोले भटूरे विक्रेता की हत्या के आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। छोले भटूरे विक्रेता को दो भाईयों ने व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता की वजह से मार दिया था। पुलिसने बताया कि मृतक राम बिलास नजफगढ़ के दिल्ली गेट पर अंडे और छोले भटूरे बेचता था। एक अन्य सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि आरोपी भी उसी जगह पर छोले भटूरे बेचने का काम करते थे, जिसे वजह से उनका राम बिलास से विवाद हो गया।
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पुलिस के अनुसार, रामबिलास की हत्या के आरोपी दोनों भाई किशन पाल (25) औऱ विजय पाल (22) भी नजफगढ़ के रहने वाले हैं और उन्होंने हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने बताया कि इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मनीराम (43) को अवैध हथियार उपलब्ध करवाने के आरोप में गिरफ्तार किया। रामबिलास को दो बाइक सवार लोगों ने नजफगढ़ के नया बाजार में गोली मार दी थी।
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दिल्ली पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज को स्कैन करने के बाद आरोपियों की पहचान की गई। जांच के दौरान ये पता चला कि आरोपियों ने हत्या से पहले अपनी बाइक से नंबर प्लेट हटा दी थी। डीसीपी द्वारका संतोष कुमार मीणा ने बताया, "रविवार को, हमारी टीम को एक सूचना मिली कि आरोपी व्यक्ति मोटरसाइकिल पर नजफगढ़ इलाके में घूम रहे थे। उन्हें गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से देशी निर्मित पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे।"
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आरोपियों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वो रेहड़ी पटरी लगाती थे। एक महीने पहले रामबिलास से उनका उसी जगह पर काम करने को लेकर झगड़ा हुआ था। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि 17 मार्च को जब राम बिलास काम के बाद घर लौट रहा था तो उन्होंने उसका पीछा किया और किशन ने उसे उसके घर में प्रवेश करते समय गोली मार दी। उसके बाद वो मोटर साईकिल पर सवार होकर घटना स्थल से भाग गए। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने रामबिलास को 9-10 मार्च को भी मारने का प्रयास किया था लेकिन उस समय रामबिलास के साथ एक अन्य रेहड़ी वाला भी था, जो उनकी विजयपाल और किशनपाल की पहचान कर सकता था, इसलिए उस दिन उन्होंने प्लान पर काम नहीं किया और अपने घर चले गए। घर लौटते वक्त उन्होंने एक फल विक्रेता को धमका कर उसके 10 हजार रुपये छीन लिए।
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