दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत अब जल्द ही खत्म होने को है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार केजरीवाल को 2 जून को सरेंडर करना है। इस बीच आम आदमी पार्टी का दावा है कि ईडी की हिरासत और न्यायिक हिरासत में रहते हुए केजरीवाल का वजन अचानक से और बिना कारण के कम हुआ है। इसी मुद्दे पर केजरीवाल जमानत को और बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, ईडी इसके सख्त विरोध में हैं। इस बीच तिहाड़ सूत्रों ने केजरीवाल के वजन को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है।
कितना वजन कम हुआ?
आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि जेल में रहने के दौरान अरविंद का वजन 7 किलो कम हुआ है और ये किसी बड़ी बीमारी का इशारा कर सकता है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट से राहत की मांग की थी। अब तिहाड़ से अरविंद केजरीवाल के वजन के फैक्ट्स सामने आए है। तिहाड़ सूत्रों ने अरविंद केजरीवाल का तिहाड़ जेल में रहने के दौरान 1 अप्रैल से 9 मई तक के वजन का डाटा जारी किया है। केजरीवाल 1 अप्रैल को जब जेल गए थे तो उनका वजन 65 किलो था, 29 अप्रैल को 66 किलो, 9 मई को 64 किलो वजन था।
केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से झटका
हाली ही में सुप्रीम कोर्ट से भी केजरीवाल को बड़ा झटका लगा है। उनकी जमानत को 7 दिन के लिए बढ़ाने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। अब केजरीवाल को 2 जून को सरेंडर करना होगा। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की थी कि उनकी अंतरिम जमानत को बढ़ाने वाली याचिका पर तत्काल रूप से सुनवाई की जाए। केजरीवाल ने कोर्ट से मेडिकल जांच के लिए अपनी अंतरिम जमानत 7 दिन और बढ़ाने की मांग की थी।
आम आदमी पार्टी क्या कहा रही?
AAP नेता आतिशी ने दावा किया है कि केजरीवाल के चिकित्सकों ने उन्हें कैंसर, गुर्दे की बीमारियों और हृदय संबंधी रोगों से जुड़ी जांच कराने की सलाह दी है। आतिशी ने कहा- "ईडी अंतरिम जमानत अर्जी का विरोध क्यों कर रही है? भाजपा इसका विरोध क्यों कर रही है? मैं भाजपा और ईडी से पूछना चाहती हूं कि आप केजरीवाल की जांच का विरोध क्यों कर रहे हैं?"
ये भी पढ़ें- "जिनको टैंकर से पानी चाहिए वो 1916 पर कॉल करें", दिल्ली जल संकट पर आतिशी ने क्या कहा
दिल्ली में आज इन सड़कों पर जाने से बचें, वरना लंबे जाम में फंस जाएंगे, यहां रहेगा डायवर्जन