Highlights
- पहले भी हो चुकी है कई कैदियों की मौत
- सुप्रीम कोर्ट लगा चुकी है फटकार
नयी दिल्ली: दिल्ली के तिहाड़ जेल में पिछले 8 दिन में 5 कैदियों की मौत हुई है। हालांकि, इन्हें नेचुरल डेथ बताया जा रहा है। कैदियों की मौत से जुड़े इन मामलों में मैजिस्ट्रेट जांच सेक्शन 176 सीआरपीसी के तहत की जा रही है। कल भी विक्रम उर्फ विक्की नाम के अंडर ट्रायल कैदी की खराब सेहत के चलते मौत हुई है।
गौरतलब हो कि बीते महीने तिहाड़ जेल में कैदियों की हो रही मौत पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई थी। उच्चतम न्यायालय ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा था कि तिहाड़ जेल की हालत दयनीय है, जो अपराधियों का अड्डा बन गयी है और वहां हत्याएं हो रही हैं।
न्यायालय ने गृह मंत्रालय को जेल सुधारों पर तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया था। शीर्ष अदालत ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना द्वारा दिए गए सुझावों पर उठाए गए कदमों को लेकर कार्य योजना और रिपोर्ट दाखिल नहीं करने पर गृह मंत्रालय के रवैये पर नाराजगी व्यक्त की थी।
दिल्ली पुलिस ने शीर्ष अदालत को सूचित किया था कि उसने रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक के जेल में बंद पूर्व प्रवर्तकों संजय और अजय चंद्रा के साथ मिलीभगत के संबंध में भ्रष्टाचार निवारण कानून और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत 37 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल में एक चौंकाने वाला खुलासा किया था कि उसने यहां एक ‘‘गुप्त भूमिगत कार्यालय’’ का खुलासा किया है, जिसे यूनिटेक के संस्थापक रमेश चंद्रा द्वारा संचालित किया जा रहा था और पैरोल या जमानत पर उनके बेटे संजय और अजय ने वहां का दौरा किया।
इनपुट-भाषा