Highlights
- भलस्वा डेयरी निवासी समीर खान लूटपाट के एक मामले में था बंद
- झगड़े में मृतक कैदी के सिर में चोट लग गई
- दीन दयाल अस्पताल के डॉक्टरों ने की मौत की पुष्टि
Tihar Jail: तिहाड़ जेल की एक बैरक में एक कैदी के साथ हाथापाई हो जाने के बाद 20 वर्षीय एक कैदी की मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। झगड़े में मृतक कैदी के सिर में चोट लग गई। सूचना मिलने पर जेल प्रशासन उसे इलाज के लिए दीन दयाल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत करार दे दिया।
सोमवार सुबह की है घटना
अधिकारियों ने बताया कि भलस्वा डेयरी निवासी समीर खान को लूटपाट के एक मामले में तिहाड़ केंद्रीय कारागार संख्या-5 में रखा गया था। जेल प्राधिकारियों ने बताया कि यह घटना सोमवार को सुबह करीब 9 बजे हुई। अधिकारियों ने बताया कि दो कैदियों के बीच हाथापाई हो गई और इसी दौरान सिर में चोट लग जाने के कारण खान बेहोश हो गया। हालांकि अभी स्थिति साफ नहीं हो पाई है कि किस कारण दोनों में लड़ाई हुई।
खान के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अन्य कैदियों ने जेल प्राधिकारियों को घटना की सूचना दी और खान को जेल के दवाखाने ले जाया गया। अधिकारी ने बताया कि उसे बाद में दीन दयाल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि खान के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। दोनों कैदियों के बीच मुठभेड़ का वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। एक अधिकारी ने बताया कि जांच की कार्यवाही एक मजिस्ट्रेट द्वारा की जा रही है।
बिहार में हुई थी एक कैदी की मौत
एक महीने पहले बिहार के सीवान में मंडलकारा में इलाज के दौरान एक कैदी की मौत हो गई थी। परिजनों ने जेल प्रशासन पर पिटाई के आरोप लगाए थे। मृतक कैदी शराब पीने के आरोप में की वजह से जेल में बंद था। मौत की खबर मिलते ही उसके परिजनों ने सड़क पर आगजनी की और जमकर बवाल काटा था। मृतक के परिजनों का कहना था कि उसके शरीर पर चोट के काले निशान मिले हैं। वहीं जेल प्रशासन ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया था।
जीबी नगर थाना तरवारा के सोनबरसा गांव के 40 साल के वाल्मीकि को पुलिस ने 13 जुलाई को शराब पीने के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसको जमानत मिलने वाली थी। उससे पहले ही उसके मौत की खबर आ गई थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि 13 जुलाई को उसे गिरफ्तार किया और 14 जुलाई को जेल भेजा था। जब हम उससे मिलने जेल गए तो जेल प्रशासन ने उससे मुलाकात नहीं करने दिया। जेल प्रशासन द्वारा बोला गया कि वो किसी ने मिलना नहीं चाहता है। इसके ठीक दो दिन बाद सूचना दी जाती है उसकी तबियत खराब हो गई है। हम सभी अस्पताल पहुंचते हैं। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी होती है। उसके शरीर पर काले चोट निशान मिले। जिसे देखकर साफ लग रहा है कि उसकी मौत पिटाई से हुई है।