नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद और दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी ताहिर हुसैन की सदस्यता को खत्म कर दिया है। बीते बुधवार को पूर्वी दिल्ली नगर निगम की हुई बैठक में ताहिर हुसैन की सदस्यता समाप्त करने का प्रस्ताव पास कर दिया गया था जिसके बाद गुरुवार को सदस्यता रद्द करने की जानकारी निगम की ओर से सार्वजनिक की गई। ताहिर हुसैन पर हुई इस कार्रवाई का भाजपा ने स्वागत किया है।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम की ओर से कहा गया है कि वार्ड संख्या 59 का प्रतिनिधित्व करने वाले ताहिर हुसैन ने जनवरी से लेकर जुलाई तक सदन की बैठक में बिना सूचना के अनुपस्थित रहे। नियमों के मुताबिक बिना सूचना सदन की तीन बैठकों में अनुपस्थित रहने पर सदस्यता समाप्त किया जा सकता है। इस आधार पर नगर निगम ने यह कार्रवाई की है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली सांसद मनोज तिवारी ने ताहिर हुसैन की सदस्यता रद्द होने को जनता की जीत बताया है। उन्होंने कहा, "दिल्ली दंगों के मास्टर माइंड ताहिर हुसैन की सदस्यता एमसीडी ने खारिज की, अब उपराज्यपाल से प्रार्थना है कि इनकी दंगो के लिए की गयी भयानक तैयारी और इनकी कॉल डिटेल्स को सबके साथ साझा करें, जिससे की सभी समुदायों के लोगों को सचेत किया जाए, और सामाजिक एकता फिर कभी भंग ना हो।"
दिल्ली बीजेपी के मीडिया रिलेशंस हेड ने कहा, "दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी ताहिर हुसैन पर निगम की कार्रवाई स्वागतयोग्य है। अब इस बात का खुलासा होना चाहिए कि दिल्ली दंगों के दौरान ताहिर हुसैन किस रसूखदार व्यक्ति के संपर्क में लगातार था। दिल्ली के दंगे एक भयानक साजिश की वजह से हुए।"
बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी पार्षद की सदस्यता खत्म करने का श्रेय प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता को दिया। प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि खेद का विषय है कि केजरीवाल सरकार ताहिर हुसैन को बचाने के लिए कानूनी बाधाएं बना रही है।