नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के कारण रविवार को 42 संक्रमितों की मौत हो गई, जबकि 3,292 लोगों में कोविड-19 का संक्रमण पाया गया। राष्ट्रीय राजधानी में यह लगातार दूसरा दिन है जब 40 से ज्यादा मरीजों ने दम तोड़ा है। वहीं दिल्ली सरकार के मुताबिक अगले दो हफ्तों के दौरान दिल्ली में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी दर्ज की जाएगी। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि दिल्ली में कोरोना का डाउनट्रेंड शुरू हो चुका है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, "दिल्ली में कोरोना संक्रमण का डाउनट्रेंड शुरू हो गया है। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना के नए मामलों में भी कमी आने लगी है। दिल्ली में कोरोना के मामले दोगुने होने में अब 50 दिन का समय लग रहा है। कोरोना की पहचान और रोकथाम के लिए दिल्ली में प्रतिदिन 50 से 60 हजार टेस्ट करवाए जा रहे हैं।"
दिल्ली सरकार की तरफ से करवाए जाने वाले सीरो सर्वे की तारीख इस बार कुछ आगे बढ़ाई जा सकती है। दरअसल 30 सितंबर को दिल्ली सरकार कोर्ट के समक्ष सीरो सर्वे की रिपोर्ट पेश करेगी। इसी को देखते हुए अक्टूबर का सीरो सर्वे थोड़ा लेट हो सकता है। हालांकि दिल्ली सरकार के मुताबिक सीरो सर्वे लेट जरूर हो सकता है, लेकिन इसे टाला या रद्द नहीं किया जाएगा।
सीरो सर्वे के माध्यम से यह पता लगाया जाता है कि, दिल्ली में रह रहे कितने लोगों के शरीर में कोरोना से लड़ने वाला एंटीबॉडी तैयार हो चुका है। दिल्ली में अभी तक 2,71,114 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 2,36,651 व्यक्ति कोरोना संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं 5235 लोगों की कोरोना से संक्रमित होने के बाद मृत्यु हो चुकी है। दिल्ली में फिलहाल 29,228 एक्टिव कोरोना रोगी हैं।
दिल्ली सरकार का यह भी मानना है कि दिल्ली में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आ चुकी है। साथ ही दूसरी लहर का पीक भी दिल्ली देख चुकी है। दिल्ली सरकार के मुताबिक अब कोरोना वायरस की दूसरी लहर का पीक धीरे-धीरे ढलान की ओर है। यानी आने वाले दिनों में दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी देखी जा सकती है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "एक्सपर्ट्स का कहना है कि दिल्ली में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आई थी और अब इसका पीक भी आ चुका है। ऐसा लगता है दूसरी लहर का पीक आने वाले समय में धीरे-धीरे कम होगा। मुझे उम्मीद है और सारे कदम उठाए जा रहे हैं, जैसे कि तेजी से कंटेनमेंट जोन बनाना। 17 अगस्त तक दिल्ली में 550 कंटेनमेंट जोन थे, जिन्हें अब बढ़ाकर 2000 से अधिक कर दिया गया है।"
17 अगस्त से दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ना शुरू हुए। 16 सितंबर को साढ़े चार हजार नए मामले सामने आए। हालांकि अब यह मामले कम होना शुरू हुए हैं। अब लगभग 3700 मामले सामने आ रहे हैं। दिल्ली सरकार ने बीते कुछ दिनों में कोरोना टेस्टिंग में कई गुना इजाफा इजाफा किया है। फिलहाल दिल्ली में प्रतिदिन लगभग 60,000 कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं।