Highlights
- दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल साइट के डंपिंग यार्ड में बीते सोमवार दोपहर में लगी थी आग
- गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर घना धुआं दिखाई दे रहा है
Ghazipur Landfill Fire: गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर बुधवार को भी घना धुआं दिखाई दे रहा है। समाचार एजेंसी ANI ने एक वीडियो ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल में आग का कहर लगातार जारी है। कूड़े के पहाड़ में लगी आग से निकलने वाला धुंआ आनंद विहार से लेकर इंदिरापुरम तक फैल गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है। दिल्ली के गाजीपुर के कूड़े के पहाड़ में लगी आग पर आप सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की
वहीं दिल्ली पुलिस ने पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर डंपिंग यार्ड में लगी आग के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने कहा, ‘‘भारतीय दंड संहिता की धारा 278 (स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वातावरण बनाना), 285 (आग या ज्वलनशील पदार्थ के संबंध में लापरवाह आचरण) और 336 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पहले भी लग चुकी है आग
बता दें कि, गाजीपुर लैंडफिल साइट के डंपिंग यार्ड में बीते सोमवार दोपहर को आग लगने के बाद से अब तक उसके आसपास रहने वाले लोगों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अब भी पूरे क्षेत्र में धुआं फैला हुआ है। गाजीपुर के इस कूड़े के पहाड़ पर आग लगने की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले साल 2020 के नवंबर में भी भीषण आग लगने की घटना सामने आई थी। उस समय भी इसके धुंए ने लोगों को काफी परेशान किया था।
लोगों को सांस लेने में हो रही दिक्कत
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हमें सांस लेने में दिक्कत हो रही है क्योंकि कल से पूरा इलाका घने धुएं में घिरा हुआ है। लोगों ने यह भी कहा कि लैंडफिल पर दमकल की कई गाड़ियां देखी जा सकती हैं, लेकिन इलाके में अभी तक धुएं से राहत नहीं मिली है।
दमकल विभाग ने साझा किए आंकड़े
दमकल विभाग द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस साल रविवार तक विभिन्न लैंडफिल साइट पर आग लगने की कुल चार घटनाएं हुईं हैं। पिछले साल इसी अवधि में आग लगने की 16 घटनाएं हुईं थी। वहीं, 2020 में 15 और 2019 में ऐसी 37 घटनाएं हुईं थी। पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) की स्थाई समिति के अध्यक्ष बीर सिंह पंवार ने पहले बताया था कि आग ‘‘उच्च तापमान’’ के कारण लगी थी, क्योंकि कचरे में अधिकतर प्लास्टिक थी और कचरे के ढेर से मीथेन गैस लगातार उत्पन्न होती रहती है। उन्होंने बताया था कि ईडीएमसी ने आग बुझाने की प्रक्रिया में मदद के लिए 22 बुलडोजर लगाये गये हैं।