दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश को झंकझोर कर रख दिया है। श्रद्धा के कातिल ने जिस बेरहमी से उसकी हत्या की है वह कोई आम अपराध नहीं है। अपने लिव-इन पार्टनर को मारकर उसके 35 टुकड़े कर आफताब ने जंगल में फेंक दिया था। श्रद्धा की हत्या के बाद पुलिस उसके सबूत जुटाने में लगी हुई है। इसी के तहत मानिकपुर पुलिस ने आफताब के परिवार वालों को वसई बुलाकर उनका बयान लिया था। लेकिन उसके बाद से ही आफताब का पूरा परिवार गायब हो गया है। आफ़ताब का परिवार मानिकपुर पुलिस के संपर्क में भी नहीं है। आफताब का परिवार अब कहां शिफ्ट हो गया है यह किसी को भी नहीं पता। उन्होंने घर छोड़ने से पहले पुलिस को कोई सूचना भी नहीं दिया था। वहीं पुलिस को इस बात का पूरा शक है कि आफताब के परिवार को अपने बेटे की करतूत का अंदाजा हो गया था इसलिए पुलिस को बिना सूचना दिए ही पूरा परिवार जल्दीबाजी में कही और शिफ्ट हो गया। बता दें कि जब आफताब का परिवार शिफ्ट हो रहा था तब आफताब भी घर पर आया हुआ था। उसने अपना सारा समान समेटा और वहां से निकल गया। दूसरी बार पुलिस ने आफताब को 3 नवंवर को बुलाया और केस का खुलासा हुआ। फिर वसई पुलिस 8 नवम्बर को दिल्ली गई।
दूसरी लड़की से बात करने को लेकर दोनो में हुआ करता था झगड़ा
आफताब श्रद्धा से डेटिंग एप के जरिए मिला था। श्रद्धा मुंबई से आफताब के साथ लिव-इन में रहने के लिए दिल्ली आ गई थी। जिसके बाद श्रद्धा को इस बात का शक था कि आफताब किसी और लड़की से भी बात करता है। इस बात को लेकर उन दोनों में अक्सर झगड़े हुआ करते थे। आखिर में आफताब ने श्रद्धा को मारा पीटा और उसका गला घोंटकर हत्या कर दिया। उसके बाद आफताब ने श्रद्धा की डेड बॉडी को आरी से काटकर 35 टुकड़ों में कर दिया और उन्हें जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने आफताब को गिरफ्तार किया जिसके बाद उसने कई और भी चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
श्रद्धा के हत्या के 20 दिन बाद आफताब ने दूसरी गर्लफ्रेंड बना ली
श्रद्धा के मर्डर के बाद उसी डेटिंग ऐप के जरिए उसने 15-20 दिन के अंदर दूसरी गर्लफ्रेंड बनाई थी, जिसे लेकर वह अपने फ्लैट पर भी आता था। वह दूसरी गर्लफेंड के साथ उसी कमरे में संबंध बनाता था जहां उसने श्रद्धा के डेड बॉडी को छिपाकर रखा था। दिल्ली पुलिस ने बताया कि आफताब पूनावाला और श्रद्धा वॉकर के एक कॉमन फ्रेंड को पूछताछ के लिए बुलाया गया था जिसके बाद उसने श्रद्धा के पिता को उससे बातचीत के बारे में जानकारी दी थी।
'अंगों को काटने के लिए एक हथियार का इस्तेमाल'
पुलिस के मुताबिक, श्रद्धा के शरीर के अंगों को काटने के लिए सिर्फ एक हथियार का इस्तेमाल किया गया था। आफताब ने शरीर के अंगों को काटने के लिए मिनी आरी का इस्तेमाल किया था। मिनी आरी अभी तक बरामद नहीं हुई है। वहीं, अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी आफ़ताब महरौली के मकान में पहले 15 मई को खुद शिफ्ट हुआ, फिर अगले दिन श्रद्धा को मकान पर लाया और 18 मई को उसकी हत्या कर दी। 18 मई को श्रद्धा की हत्या के बाद दूसरे दिन 19 मई को आफताब महरौली गया, वहां से उसने शव को टुकड़ों में काटने के लिए आरी खरीदी, साथ ही बॉडी पार्ट्स को स्टोर करने के लिए फ्रिज भी खरीदकर लाया।