Shraddha Murder Case : श्रद्धा मर्डर के आरोपी आफताब का प्री-पॉलीग्राफ टेस्ट आज हो गया। आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट कल होगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली के रोहिणी स्थित FSL लैब में आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। दिल्ली पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पॉलीग्राफ टेस्ट से पहले कई तरह के टेस्ट होते हैं। आफताब को इन्हीं टेस्ट से गुजरना पड़ा है। इसके साथ ही आफताब से जो सवाल पूछे जाएंगे उन सवालों की लिस्ट तैयार होगी। इसके बाद कल पॉलीग्राफी टेस्ट होगा। हालांकि पॉलीग्राफ टेस्ट की प्रक्रिया कल ही पूरी हो जाएगी ये कहा नहीं जा सकता।
पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए सोमवार दाखिल किया था आवेदन
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने आरोपी आफताब अमीन पूनावाला की पॉलीग्राफ जांच के लिए यहां अदालत में सोमवार को आवेदन दाखिल किया था। मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला ने मामले को जस्टिजस विजयश्री राठौर को भेजा जिन्होंने पहले पूनावाला के नार्को टेस्ट के आवेदन पर सुनवाई की थी। अदालत ने बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया था कि पांच दिन के भीतर पूनावाला की नार्को टेस्ट कराई जाए। अदालत ने साफ किया था कि पुलिस आरोपी पर किसी थर्ड डिग्री उपाय का प्रयोग नहीं कर सकती। अदालत के एक सूत्र ने कहा कि सोमवार को इस आधार पर आवेदन किया गया कि पूनावाला गलत जानकारी दे रहा है और पुलिस को गुमराह कर रहा है।
आफताब की हिरासत बढ़ी
इससे पहले आफताब को पांच दिनों की पुलिस हिरासत आज खत्म होने पर उसे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसकी हिरासत चार दिन के लिये बढ़ा दी। एक अन्य न्यायाधीश ने पुलिस को पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति दे दी।
क्षणिक आवेश’ में आकर वारदात को अंजाम दिया
वहीं, बचाव पक्ष के वकील के मुताबिक, जज ने आफताब से पूछा, ‘क्या तुम जानते हो कि तुमने क्या किया है।’ इसपर आफताब ने अदालत को बताया कि उसने ‘क्षणिक आवेश’ में आकर वारदात को अंजाम दिया और उसने ‘इरादतन’ ऐसा नहीं किया। हालांकि, कुमार ने बाद में पूनावाला से बात करने के बाद कहा कि उसने ‘अदालत में कभी स्वीकार नहीं किया है कि उसने श्रद्धा की हत्या की थी।’ सूत्रों ने कहा कि पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए एक प्रश्नावली तैयार की गई है ताकि इस जघन्य हत्याकांड में घटनाओं के क्रम का पता लगाया जा सके। पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद पुलिस के नार्को टेस्ट कराने की संभावना है, जिसकी अनुमति अदालत ने पिछले सप्ताह दी थी।
नार्को टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट में अंतर
नार्को टेस्ट में किसी संदिग्ध को ऐसी दवा नियंत्रित मात्रा में दी जाती है जिसके प्रभाव में उससे वह जानकारी मिलती है जो सामान्य स्थिति में प्रकट नहीं होती है। पॉलीग्राफ या लाई डिटेक्टर जांच में संदिग्ध से अनेक प्रश्न पूछे जाते हैं और इस दौरान उसके रक्तचाप, श्वसन दर और नाड़ी जैसे कई शारीरिक संकेतकों को रिकॉर्ड कर सच, झूठ का पता लगाया जाता है।
इनपुट-भाषा