श्रद्धा केस में हर रोज नए मोड़ आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस महरौली के जंगलों से लेकर देश कई अन्य राज्यों में जाकर सबूत जुटाने में लगी है लेकिन फिलहाल पुलिस के पास अभी तक कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगा है, जिससे आफताब को फांसी की सजा दिलाया जा सकें। इधर, पुलिस कोर्ट के निर्देश पर बुधवार को पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने वाली थी लेकिन टेस्ट नहीं हो पाया है।
क्यों टल गया टेस्ट
जानकारी के मुताबिक, आफताब की तबीयत खराब होने के कारण टेस्ट को रोक दिया गया है। दिल्ली पुलिस आफताब से पूछने के लिए कई सवालों की सूची तैयार की थी। आपको बता दें कि इस तरह के टेस्ट करवाने के लिए व्यक्ति को स्वस्थ होना बेहद जरूरी है। अगर व्यक्ति की तबीयत बिगड़ जाती है तो ऐसे में टेस्ट नहीं करवाया जा सकता है। इस संबंध एफएसएल डायेक्टर ने बताया कि आफताब के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उसके पॉलीग्राफ को टाल दिया गया है। सूत्रों की माने तो बताया जा रहा है कि आफताब का टेस्ट अब 24 नवंबर यानी कल होगा। हालांकि इसकी कोई अधिकारिक सूचना अभी तक नहीं मिली है।
क्या नार्कों टेस्ट होता है?
नार्को टेस्ट में व्यक्ति के शरीर में सोडियम पेंटोथल (थियोपेंटोन) नामक दवा इंजेक्ट की जाती है, जो उसे 'सम्मोहक स्टेज' में डाल देती है। यह एक व्यक्ति की आत्म-चेतना (सोचने की क्षमता) को कम करता है और वह खुलकर बोलना शुरू कर देता है। इसलिए इस दवा को ट्रूथ सीरम भी कहा जाता है। यानी आसान भाषा समझे कि इस अवस्था में व्यक्ति ना तो पूरी तरह से होश में होता और ना ही बेहोश होता है।