Shraddha Murder Case: दिल्ली के दिल दहलाने वाले श्रद्धा मर्डर केस में हर घंटे नया और सनसनीखेज खुलासा हो रहा है। श्रद्धा की हत्या से कुछ ही दिन बाद आफताब ने डेटिंग ऐप से एक दूसरी लड़की को प्यार के जाल में फंसाया। 20 से 25 दिन बाद आफताब उस लड़की को छतरपुर के उसी घर पर लेकर आया, जहां उसने श्रद्धा का मर्डर किया था और उसके शव के टुकड़े छुपाकर रखे थे। घर में श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स पड़े थे और आफताब उस दूसरी लड़की के साथ संबंध बनाता था। आफताब ने मर्डर के बाद श्रद्धा के शव के टुकड़े फ्रिज के साथ-साथ अलमारी में भी छुपा दिए थे।
आफताब ने 18 मई को अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा का मर्डर किया था। 19 मई को वो नई फ्रिज खरीदकर लाया और फिर श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े करके उसने डेड बॉडी के पार्ट्स फ्रिज में रख दिए थे। फिर वो श्रद्धा की बॉडी के टुकड़े को महरौली के जंगल में आया था। आफताब उसके साथ-साथ जीने की कसम खाकर मुंबई से दिल्ली लाया था। 26 साल की श्रद्धा मदान मुंबई के मलाड की रहने वाली थी। श्रद्धा और आफताब दोनों मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करते थे, लेकिन श्रद्धा के परिवार वाले दोनों के रिश्तों से नाखुश थे।
आफताब 8 मई को श्रद्धा के साथ दिल्ली आया
आफताब के साथ श्रद्धा पहले मुंबई में लिव इन में रही, इसके बाद आफताब 8 मई को श्रद्धा के साथ दिल्ली आ गया। एक दिन पहाड़ंगज के होटल में रूका। इसके बाद छतरपुर इलाके में एक फ्लैट किराए पर लिया और 18 मई को सिर्फ दस दिन के बाद श्रद्धा की हत्या कर दी। इस बीच, वो श्रद्धा के साथ हिमांचल में घूमने भी गया था। श्रद्धा को पहले भी हत्या किए जाने का डर था। उसने अपने बचपन के दोस्त को पहले इस बारे में बताया था। श्रद्धा ने परिवार को भी आफताब के मारपीट करने और उसकी ज्यादती करने के बारे में जानकारी दी थी। इन सबका खुलासा 6 महीने बाद तब हुआ जब परिवार वालों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई।
18 मई को क्या हुआ था?
आफताब झगड़े के दौरान श्रद्धा की छाती पर बैठ गया था और फिर उसने गला दबाकर उसको जान से मार दिया। हत्या करने के बाद आफताब ने श्रद्धा की लाश को सबसे पहले बाथरूम में रखा। श्रद्धा का मर्डर करने के बाद उसने सबूत मिटाने शुरू किए। उसने सबूत मिटाने और बॉडी पार्ट्स को काटने के तरीके के बारे में जानने के लिए गूगल पर सर्च किया। इसके बाद उसने श्रद्धा की बॉडी के छोटे-छोटे 35 टुकड़े किए। फर्श साफ करने के लिए आफताब ने सल्फर हाइपोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल किया, ताकि जिससे फोरेंसिक जांच के दौरान DNA सैंपल ना मिले। आफताब ने श्रद्धा के और अपने खून से सने कपड़े कूड़ा उठाने वाली एमसीडी की वैन में डाल दिए थे। ये भी पता चला है कि आफताब और श्रद्धा बद्री नाम के शख़्स के कहने पर छत्तरपुर में रह रहे थे। आफताब की बद्री से हिमाचल में मुलाकात हुई थी। बद्री ख़ुद भी छतरपुर में ही रहता है। पुलिस अब बद्री से भी पूछताछ करने जा रही है।