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Sharad Pawar: शरद पवार बोले- हम दिल्ली में मौजूद शासकों के सामने कभी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे

Sharad Pawar: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ‘दिल्ली में मौजूद शासकों’ के सामने कभी आत्मसमर्पण नहीं करेगी।

Edited By: Akash Mishra @Akash25100607
Published on: September 11, 2022 21:20 IST
NCP chief Sharad Pawar (File Photo)- India TV Hindi
Image Source : PTI NCP chief Sharad Pawar (File Photo)

Sharad Pawar: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ‘दिल्ली में मौजूद शासकों’ के सामने कभी आत्मसमर्पण नहीं करेगी। पवार ने भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए गैर-भाजपा दलों से एक बार फिर मिलकर काम करने का आह्वान किया। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब विपक्ष के कई नेता केंद्रीय जांच एजेंसियों की तफ्तीश का सामना कर रहे हैं। दिल्ली में आयोजित NCP के आठवें राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के प्रदर्शन से निपटने के तरीके और देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ ‘नफरत फैलाने’ के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया। 

लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा: पवार

पवार (81) ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमें लोकतांत्रिक तरीके से मौजूदा सरकार को चुनौती देनी है, जो ED और CBI जैसी केंद्रीय एजेंसियों व धनबल का दुरुपयोग कर रही है। हमें इस लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा।’’ गौरतलब है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, फारूक अब्दुल्ला, पी चिदंबरम, कार्ति चिदंबरम, नवाब मलिक, अभिषेक बनर्जी, संजय राउत, सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया सहित विपक्षी दलों के विभिन्न नेता केंद्रीय एजेंसियों की जांच का सामना कर रहे हैं। केंद्र सरकार का दावा है कि इन नेताओं द्वारा की गई कथित अनियमितता की वजह से यह जांच हो रही है, जबकि विपक्ष इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बता रहा है। 

पवार ने दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में इस सम्मेलन को आयोजित करने के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह वही स्थान है, जहां वर्ष 1737 में दिल्ली के शासकों को चुनौती देने आए बाजीराव पेशवा ने अपनी सेना के साथ शिविर लगाया था।’’ राकांपा के अनुभवी नेता ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ रणनीति बनाएं, आम आदमी को प्रभावित करने वाले मुद्दों को लेकर संयुक्त अभियान चलाएं और भाजपा को सत्ता से दूर करने के लिए कार्य करें। 

"पवार साहब कभी प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं रहे"

मीडिया से बातचीत करते हुए राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि पवार को विपक्षी ताकतों को एकजुट करने लिए विशेष भूमिका निभाने के लिए रखा गया था। इसके साथ ही उन्होंने उन कयासों को खारिज किया कि पवार अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं। पटेल ने कहा कि पवार ने हमेशा सकारात्मक राजनीति की है। उन्होंने कहा, ‘‘पवार साहब कभी प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं रहे हैं। हम जमीनी हालात की जानकारी रखने वाली पार्टी हैं। हमारी पार्टी अन्य पार्टियों की तुलना में छोटी हो सकती है, लेकिन हमारे नेता का पूरे देश में सम्मान है और उनकी लोकप्रियता हमारी पार्टी से अधिक है।’’ 

राकांपा के राष्ट्रीय सम्मेलन को पी सी चाको, छगन भुगबल, सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल, अमोल कोल्हे और फौजिया खान सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया। पवार ने विभिन्न राज्यों में होने वाले नगर निगम, जिला परिषद और पंचायत समितियों के आगामी चुनावों में युवा नेतृत्व को अहम भूमिका देकर मजबूत बनाने पर जोर दिया।

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