Shaheen Bagh Encroachment: दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग में अतिक्रमण रोधी अभियान में बाधा डालने के आरोप में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान और उनके समर्थकों के खिलाफ सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने खान और उनके समर्थकों के खिलाफ सोमवार को शाहीन बाग में अतिक्रमण रोधी अभियान में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
अमानतुल्लाह खान के खिलाफ FIR
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) ईशा पांडे ने कहा, ‘‘एसडीएमसी से प्राप्त शिकायत के आधार पर अमानतुल्लाह खान और उनके समर्थकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 186 , 353 और 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।’’ शाहीन बाग के थाना प्रभारी को दी गई एक शिकायत में एसडीएमसी के सेंट्रल जोन लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर ने कहा है कि शाहीन बाग में मुख्य सड़क पर सोमवार को अतिक्रमण हटाने का अभियान तय किया गया था और कार्रवाई को अंजाम देने के लिए उसके कर्मचारी और पुलिस कर्मी मौके पर मौजूद थे।
शिकायत में कहा गया, ‘‘विधायक (ओखला) अमानतुल्लाह खान ने अपने समर्थकों के साथ एसडीएमसी के कर्मियों को अतिक्रमण नहीं हटाने दिया। इसके मद्देनजर आपसे अनुरोध है कि लोक सेवकों द्वारा सरकारी कर्तव्यों के निर्वहन में हस्तक्षेप करने के लिए अमानतुल्ला खान और उनके समर्थकों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।’’
भारी विरोध के बाद वापस लौटी थी टीम
दिल्ली के शाहीन बाग में सोमवार को महिलाओं सहित सैकड़ों लोगों ने एसडीएमसी के अतिक्रमण रोधी अभियान का विरोध किया, क्योंकि भारी संख्या में पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में बुलडोजर भी इलाके में लाए गए थे। निगम की टीम को वापस लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के बाद एसडीएमसी के अधिकारी बिना कोई कार्रवाई किए बुलडोजर के साथ लौट गए। प्रदर्शनकारियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित एसडीएमसी और केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कार्रवाई रोकने की मांग की।
जहांगीरपुरी में भी रुकी कार्रवाई
गौरतलब है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) ने पिछले महीने जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया था, जिसकी व्यापक आलोचना हुई थी। उच्चतम न्यायालय ने एनडीएमसी को यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। सिंह ने कहा कि अतिक्रमण हटाना उनका दायित्व है, जिसे वे पूरा कर रहे हैं।