दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान होने के बाद सभी राजनीतिक दलों ने आक्रामक अंदाज में प्रचार शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी दिल्ली के सीलमपुर में चुनावी सभा की। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सीधे अरविंद केजरीवाल और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अरविंद केजरीवाल ने महंगाई कम करने का वादा किया था, लेकिन ऐसा करने में विफल रहे। भारत में गरीब और गरीब होते जा रहे हैं, अमीर और अमीर होते जा रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि भारत में विचारधाराओं की लड़ाई जारी है, भाजपा लोगों को एक-दूसरे से लड़ाने की कोशिश कर रही है। पिछड़ों को उनका हक नहीं मिल रहा, संसाधनों का असमान वितरण हो रहा है। उन्होंने कहा "हमारे लिए सभी समान हैं, मोहब्बत हिंसा को हरा देगी। मेरे लिए भारत का मतलब है, लोगों के बीच नफरत न हो और गरीबों के बड़े सपने हों।"
संविधान बचाने के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक चले
राहुल गांधी ने कहा "देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है और चाहे कुछ भी हो जाए हम संविधान की रक्षा करते रहेंगे। संविधान में साफ लिखा है कि हिंदुस्तान हर हिंदुस्तानी का है। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का हो। साथ ही यह भी लिखा है कि देश में हर हिंदुस्तानी की रक्षा होनी चाहिए। लेकिन आजकल भारतीय जनता पार्टी-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोग संविधान को खत्म करने में लगे हैं। ये लोग नफरत फैलाते हैं, एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाते हैं और डराते हैं। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक हम संविधान को बचाने के लिए चले थे।"
केजरीवाल-मोदी में कोई फर्क नहीं- राहुल
राहुल गांधी ने कहा "केजरीवाल जी आए और कहा कि दिल्ली साफ कर दूंगा, भ्रष्टाचार मिटा दूंगा, पेरिस बना दूंगा। अब हालात ऐसे हैं कि भयानक प्रदूषण है। लोग बीमार रहते हैं। लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। जैसे मोदी जी झूठे वादे और प्रचार करते हैं, वैसे ही झूठे वादे केजरीवाल करते हैं। इन दोनों में कोई फर्क नहीं है। मोदी, केजरीवाल नहीं चाहते कि पिछड़ों, अल्पसंख्यकों को उनका हक मिले। वे जाति जनगणना पर चुप हैं। हम समानता चाहते हैं। गरीबों, अल्पसंख्यकों के लिए 'भागीदारी' चाहते हैं। अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो जाति जनगणना और आरक्षण सीमा बढ़ाई जाएगी। लोगों को केजरीवाल से पूछना चाहिए कि क्या वह पिछड़ों के लिए आरक्षण, जाति जनगणना चाहते हैं?"