नयी दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा है कि जब तक सरकार छात्रों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं हो जाती, तब तक राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल नहीं खोले जाएंगे। कोविड-19 की रोकथाम के लिये केन्द्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के तहत देशभर में 16 मार्च से विश्वविद्यालय और कॉलेज बंद हैं। 25 मार्च को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू किया गया था। जैन ने पत्रकारों से कहा, ''(दिल्ली में) स्कूल दोबारा खोलने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। उम्मीद है कि जल्द ही टीका उपलब्ध हो जाएगा। जब तक सरकार छात्रों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं हो जाती, तब तक स्कूल दोबारा नहीं खोले जाएंगे।''
बता दें राष्ट्रीय राजधानी में 28 अक्टूबर से अब तक कोविड-19 से 2,364 मरीजों की मौत हुई और इस दौरान प्रतिदिन सामने आने वाले संक्रमण के मामले पहली बार पांच हजार के आंकड़े को पार कर गए। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई। बुधवार को कोविड-19 से 99 और मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 8,720 पर पहुंच गई।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शहर में 19 नवंबर को 98 मौत, 20 नवंबर को 118 मौत, 21 नवंबर को 111 मौत, 22 नवंबर को 121 मौत, 23 नवंबर को 121 मौत और 24 नवंबर को 109 मरीजों की कोविड-19 से मौत हुई। कोविड-19 से प्रतिदिन होने वाली मौत की सर्वाधिक संख्या (131), 18 नवंबर को दर्ज की गई थी और 11 नवंबर को संक्रमण के सर्वाधिक 8,593 मामले सामने आए थे।
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बृहस्पतिवार को 7,546 मामले, शुक्रवार को 6,608 मामले, शनिवार को 5,879 मामले, रविवार को 6,746 मामले, सोमवार को 4,454 मामले, मंगलवार को 6,224 मामले और बुधवार को 5,246 मामले सामने आए।
आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 5,45,787 हो गए जिनमें से 4,98,780 लोग ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पताल पहुंचने में देर होना, आईसीयू बिस्तरों की कमी, खराब मौसम और प्रदूषण में वृद्धि से दिल्ली में कोविड-19 से होने वाली मौत की संख्या बढ़ रही है।