नयी दिल्ली। दिल्ली के एक कोविड देखभाल केंद्र पर मरीजों को बीमारी से उबारने के लिए ‘प्रसन्नता चिकित्सा पद्धति’ (हैप्पीनेस थैरेपी) का उपयोग किया जा रहा है और इसके तहत उन्हें संगीत तथा आध्यात्मिक विचार सुनाये जा रहे हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को ट्विटर पर रकाबगंज गुरुद्वारा परिसर में स्थित कोविड देखभाल केंद्र में संचालित इस तरह की गतिविधियों का एक वीडियो साझा किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जब मन स्वस्थ हो तब ही शरीर स्वस्थ रहता है। दिल्ली सरकार द्वारा गुरुद्वारा रकाबगंज में चलाए जा रहे केंद्र में कुछ यूं होता है कोविड मरीजों का इलाज।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘हैप्पीनेस थैरेपी के जरिए मरीजों की मानसिक देखभाल का भी खास ख्याल रखा जाता है।’’ जैन ने एक छोटा वीडियो क्लिप साझा किया है जिसमें पीपीई किट पहने हुए दो लोग ‘इतनी शक्ति हमें देना दाता’ प्रार्थना कर रहे हैं और अन्य भजन भी गाते सुने जा सकते हैं। कुछ क्षण बाद दोनों लोग हाथ में माइक लेकर वार्डों में घूमते हैं और हिंदी फिल्मों के गीत गाते हैं जिस पर रोगियों को ताली बजाते हुए और झूमते हुए देखा जा सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञों का भी मानना है कि कोविड का व्यक्ति के मन पर बहुत असर होता है और सकारात्मक सोच से इससे उबरने में मदद मिलती है।
कोरोना से जान गंवाने वाले कोविड वार्ड में कार्यरत दीप चंद के परिवार को 1 करोड़ रुपये का चेक सौंपा
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले कोविड वार्ड में कार्यरत दीप चंद के परिवार को एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा। सत्येंद्र जैन ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'श्री दीप चंद जी कोविड वार्ड में कार्यरत थे। महज़ 48 साल की उम्र में कोरोना से उनका निधन हो गया। आज परिवार से मिला और दिल्ली सरकार की तरफ से ₹1 करोड़ की सम्मान राशि प्रदान की। इस कठिन समय में दिल्ली सरकार परिवार के साथ खड़ी है।'