नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से राजधानी दिल्ली के शाहपुर जाट इलाके का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ लोग एक मंदिर से साईं प्रतिमा हटाते दिखाई दे रहे हैं। वायरल हो रहे वीडियो से साथ कुछ लोग सोशल मीडिया पर ये दावा कर रहे हैं कि मंदिर से मूर्ति हटाने वालों का मानना है कि साईं बाबा मुस्लिम थे, इसलिए ये प्रतिमा हटा दी गई।
पढ़ें- बाइक सवार को बचाने के चक्कर में हुआ हादसा, आमने-सामने से टकराए ट्रक, देखिए वीडियो
वायरल पोस्टों में ये भी लिखा जा रहा है कि क्योंकि साईं बाबा मुस्लिम थे, इसलिए कुछ लोगों को हिंदू देवी देवताओं के बीच में उनका प्रतिमा रास नहीं आई और उन्होंने वो मूर्ति वहां से हटा दी। हालांकि इस बारे में जब स्थानीय लोगों से बात की गई तो कुछ और ही बात सामने आई।
पढ़ें- फारूक अब्दुल्ला कोरोना संक्रमित, उमर ने ट्वीट कर दी जानकारी
शाहपुरजाट के लोगों का कहना है कि ये घटना 4,5 दिन पहले की है। मंदिर में लगी साईं प्रतिमा खंडित हो गई थी। वीडियो में हथौड़ा चला रहे लोगों का कहना है कि हथौड़ा जहां चलाया गया, वहां खंबा है। वहीं एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि क्योंकि मूर्ति भारती थी इसलिए हथौड़े का इस्तेमाल किया गया। लोगों ने बताया कि मंदिर में रिनोवेशन का काम चल रहा है। सब कुछ गांव वालों की सहमति से किया गया। जो लोग भ्रामक सूचनाएं फैला रहे हैं, वो पूरी तरह गलत हैं।