नई दिल्ली: कोविड के बढ़ते मामलों के कारण दिल्ली के व्यापारियों और कारोबारियों में फिर से बेचैनी पैदा हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड के मामलों में वृद्धि के साथ, व्यापारियों को आशंका है कि पिछले दो वर्षों में हुए नुकसान से उबरने से पहले ही उनका व्यवसाय एक बार फिर महामारी से प्रभावित हो सकता है। शहर के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 366 नए मामले दर्ज किए गए थे, जबकि संक्रमण दर बढ़कर 3.95 प्रतिशत हो गई।
बढ़ते मामलों के कारण व्यापारियों को यह डर सताने लगा है कि कहीं एक बार फिर दिल्ली में कोविड पाबंदियां न लगा दी जाएं। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड की स्थिति की समीक्षा के लिए 20 अप्रैल को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक बुलाई गई है। ‘नेशनल दिल्ली ट्रेड एसोसिएशन’ के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने चिंता व्यक्त की कि कोविड मामलों में वृद्धि से व्यवसायों को पुनर्जीवित करने के प्रयास प्रभावित होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘काफी मुश्किलों के साथ चीजें ठीक हो रही हैं और अगर ऐसा दोबारा होता है तो आप जानते हैं कि अर्थव्यवस्था, व्यापार, देश और व्यापारियों के लिए वास्तव में बुरा होगा।’’ उन्होंने कहा कि लोगों को सभी सावधानियां बरतनी चाहिए और कोविड नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (सरकार) भीड़ पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, न कि दुकान खोलने पर।’’
इस बीच, ‘खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन’ के अध्यक्ष संजीव मेहरा का मानना है कि एक और कोविड लहर और इसके बाद के प्रतिबंध ‘‘पूरी तरह से विनाशकारी होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि व्यापार पर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए, व्यवसाय बहुत धीमी गति से ठीक हो रहा है। इस प्रक्रिया को रोकने वाले कोई भी कदम पूरी तरह विनाशकारी होगा।’’ कोविड के कारण पहले लगाई गई पाबंदियों से खाद्य उद्योग सबसे बुरी तरह प्रभावित था क्योंकि लॉकडाउन में भोजनालय तथा रेस्तरां बंद रहे और उन्हें बड़ा नुकसान हुआ।
‘नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ के कोषाध्यक्ष मनप्रीत सिंह ने कहा कि कारोबार पर किसी भी तरह की पाबंदी का नकारात्मक असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम अभी भी कोविड और अब युद्ध से जूझ रहे हैं। सब्जियों, रिफाइंड तेल, मीट और अन्य चीजों की कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं। उद्योग को बहुत नुकसान हो रहा है और फिर से प्रतिबंध लगाया जाना काफी नुकसानदायक होगा।’’
(इनपुट- एजेंसी)