नई दिल्ली: दिल्ली के मंगोलपुरी में रिंकू शर्मा के मर्डर केस में अब धार्मिक एंगल आ गया है। रिंकू की मां ने आरोप लगाया है कि राम मंदिर की रैली में शामिल होने की वजह से दानिश, जाहिद और इस्लाम ने उनके बेटे को मार डाला। हालांकि पुलिस अभी इस हत्या में किसी धार्मिक एंगल से इनकार कर रही है। मंगोलपुरी में रिंकू के घर पर इस समय मातम पसरा है। रिंकू की मां ने रो रोकर बताया कि जब से उनका बेटा राम मंदिर के चंदे के लिए रैली निकाली है तभी से उसे धमकियां दी जा रही थी।
रामभक्त रिंकू को जाहिद, दानिश ने क्यों मारा?
पुलिस में दर्ज एफआईआर में रिंकू के भाई ने बताया, ''नशरुद्दीन, इस्लाम, मेहताब और जाहिद की मेरे परिवार के साथ दशहरा पर राम मंदिर पार्क में प्रोग्राम को लेकर कहासुनी हो गई थी उसी दिन से ये लोग गली से आते-जाते कहते थे कि कभी ना कभी तुम्हें देखेंगे। नशरुद्दीन 10 फरवरी को रात क़रीब 10.30 बजे इस्लाम, मेहताब, जाहिद के साथ मेरे घर के सामने गली में आया। उनके हाथ में डंडे और चाकू था। उन्होंने मेरे भाई रिंकू शर्मा के साथ गाली गलौच शुरू कर दी। जब मैंने मना किया तो इस्लाम ने आकर एकदम मेरे भाई का गला पकड़ लिया और मेहताब ने रिंकू के कमर की तरफ जान से मारने की नीयत से चाकू मारा। जब रिंकू का दोस्त आकाश बीच बचाव के लिए आया तो नशरुद्दीन, इस्लाम, मेहताब और जाहिद ने उसे लात, घूंसों, डंडों से मारा और भाग गए।''
पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अलग अलग धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने हत्या की कोशिश के आरोप में आईपीसी की धारा 307 के तहत केस दर्ज किया है। इसके अलावा धारा 34 भी लगाई है। इसके अलावा आर्म्स एक्ट की धारा 25, 27, 54 और 59 के तहत भी आरोपियों पर FIR दर्ज हुआ है।
रिंकू के मर्डर में कितना धार्मिक एंगल?
रिंकू का परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है। हालांकि इस वारदात को लेकर परिवार और पुलिस के दावे बिल्कुल अलग हैं। परिवार का आरोप है कि राम मंदिर की चंदा रैली में शामिल होने पर रिंकू का मर्डर हुआ जबकि पुलिस के मुताबिक़ बर्थ-डे पार्टी के दौरान झगड़ा हुआ। परिवार का कहना है कि जय श्री राम का नारा लगाने पर हत्या की गई जबकि पुलिस कह रही है कि धार्मिक एंगल या किसी दूसरे मकसद में हत्या के दावे गलत हैं। रिंकू के भाई के मुताबिक़ आरोपी लंबे समय से रिंकू को धमका रहे थे। पुलिस के मुताबिक़ सभी लोग एक ही इलाके में रहते थे और एक दूसरे को जानते थे।