नई दिल्ली: MCD में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के दौरान जिस बात का डर था वही हो गया। मतदान के बाद और परिणामों की आधिकारिक घोषणा से पहले बीजेपी और आप के पार्षदों के बीच जमकर बवाल हुआ है। इस दौरान सदन में दोनों दलों के पार्षदों के बीच जबरदस्त धक्कामुक्की और मारपीट हुई है। वहीं भारतीय जनता पार्टी की एक महिला पार्षद ने आप के एक पुरुष पार्षद पर उन्हें गलत तरह से छूने का आरोप भी लगाया है।
गलत नतीजों पर साइन नहीं कर सकती - शैली ओबरॉय
दिल्ली में स्टैंडिंग कमिटी के लिए हुए चुनाव के नतीजों पर शुक्रवार को बवाल बढ़ गया। बीजेपी के मुताबिक, मेयर शैली ओबरॉय ने यह कहकर नतीजों पर दस्तखत करने से इनकार कर दिया कि वह गलत नतीजों पर साइन नहीं कर सकती हैं। बीजेपी ने कहा, 'इसका मतलब है कि चुनाव आयोग की टीम ने जो 3-3 का काउंटिंग का रिजल्ट दिया था, वह उसको गलत बता रही है।' इससे पहले मेयर शैली ओबरॉय ने दोबारा से मतगणना के आदेश दिए थे, जिसके बाद बीजेपी के पार्षदों ने सदन में जमकर बवाल किया।
BJP ने रिकॉउंटिंग करवाने से किया इंकार
बता दें कि लंच ब्रेक से पहले मतदान हुआ था, जिसमें 250 पार्षदों में से 242 सदस्यों ने वोट किया था। कांग्रेस के 9 पार्षदों में से 8 पार्षद अनुपस्थित रहे थे। एक पार्षद शीतल वेदपाल के वोट किया था। नतीजों के बाद शैली ओबरॉय ने फिर से काउंटिंग करवाने का आदेश दिया, लेकिन बीजेपी ने रिकॉउंटिंग करवाने से इंकार कर दिया। बीजेपी का कहना था कि चुनाव आयोग की टेक्निकल टीम जब रिजल्ट बनाकर दे चुकी है, वो जा चुके हैं तो फिर से काउंटिंग क्यों, और कौन करेगा रिकॉउंटिंग?
एक मत इनवैलिड - मेयर शैली ओबरॉय
मेयर शैली ओबरॉय ने कुल मतों में से एक वोट को इनवैलिड बताया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के एक पार्षद के द्वारा डाला गया एक वोट अमान्य है। उन्होंने इसे नियम 6 के तहत इनवैलिड बताया है। वहीं बीजेपी कहना है कि इलेक्शन कमिशन के जो प्रतिनिधि इस चुनाव में आए थे उन्होंने जो रिजल्ट बनाकर दिया है वो 3-3 है, उसके बाद मेयर वोट की इनवैलिड कैसे कर सकती है।
आप के बागी पार्षद पवन ने बीजेपी के पक्ष में किया मतदान
वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के बागी पवन सहरावत ने शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम (MCD) की स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव के दौरान मतदान किया था। बवाना से आप पार्षद नगर निगम सदन की महत्वपूर्ण बैठक से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। मतदान के दौरान बूथ क्षेत्र में मोबाइल फोन ले जाने पर रोक लगा दी गई थी।