नयी दिल्ली: दिल्ली सरकार के सूत्रों ने बताया कि इस सप्ताह के अंत में होने वाली डीडीएमए की अगली बैठक में राजधानी में करीब डेढ़ महीने से बंद बाजारों को फिर से खोले जाने के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। दिल्ली में व्यापारी और आम लोग कोविड-19 मामलों में गिरावट के बीच नियमित तरीके से दुकानें और बाजार खोलने की मांग कर रहे हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण और मौत के मामलों में वृद्धि के चलते 19 अप्रैल को लॉकडाउन लागू किया गया था। इसके बाद इसे कई बार बढ़ाया गया और सात जून सुबह पांच बजे यह खत्म होने वाला है।
बता दें कि घरेलू व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर शहर में कोविड-19 संक्रमण की घटती दर का संज्ञान लेने एवं बाजारों को दोबारा खोलने के लिए तत्काल आदेश जारी करने की अपील की। कैट के मुताबिक शहर के 15 लाख व्यवसायियों पर एक महीने से ज्यादा समय से लगे लॉकडाउन की वजह से काफी बुरा असर पड़ा है और उनकी माली हालत खराब हो गयी है।
संगठन के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल द्वारा लिखे पत्र में कहा गया, "सरकार और दिल्ली के लोगों के संयुक्त प्रयासों से शहर में कोविड की स्थिति पर काफी असर पड़ा है और मंगलवार के स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक दिल्ली में दैनिक स्तर पर 500 मामलों के साथ संक्रमण की दर घटकर एक प्रतिशत के आसपास हो गयी है जो एक महीने पहले करीब 35 प्रतिशत थी। यह बड़ी राहत की बात है।"
पत्र में कहा गया, "इन सबको देखते हुए हम आपसे दिल्ली में लॉकडाउन हटाने के लिए तत्काल कदम उठाने का अनुरोध करते हैं जो इस समय जरूरी है ताकि अब व्यावसायिक गतिविधियां बिना किसी देरी के चालू हो सकें।" कैट ने पत्र में कई उपाय भी सुझाए जिनमें थोक एवं खुदरा बाजारों के लिए काम का अलग-अलग समय, सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए विशेष फुटकर विक्रेता जोन और कर्मचारियों एवं कार्यबल के लिए संबंधित व्यापार संगठनों के सहयोग से टीकाकरण शिविरों का आयोजन शामिल है।
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