नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में प्रतिदिन सामने आने वाले कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। राजधानी दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं। राजधानी दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में कोरोना संक्रमण के 50 हजार 577 नए मरीज सामने आए हैं। राजधानी दिल्ली में 11 नवंबर को 8593, 10 नवंबर को 7830, 9 नवंबर को 5023, 8 नवंबर को 7745, 7 नवंबर को 6953, 6 नवंबर को 7718, 5 नवंबर को 6715 नए कोरोना मरीज सामने आए।
बुधवार को राजधानी दिल्ली में प्रतिदिन सामने आने वाले कोरोना संक्रमण के मामलों ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। बुधवार को राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के 8593 नए मरीज सामने आए जबकि 85 लोगों की मौत हो गई। राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी की वजह से अबतक 7228 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली शहर में अबतक मिले कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,59,957 है।
कोरोना की तीसरी लहर से जूझ रही है दिल्ली
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के प्रसार के तीसरे उच्च स्तर (पीक) की अवधि पूर्ववर्ती उच्च स्तर से लंबी है लेकिन यह कुछ दिनों में कम हो सकता है। जैन ने संवाददाताओं से कहा कि राजधानी दिल्ली में 16 सितम्बर के आसपास जब कोविड-19 संक्रमण का दूसरा उच्च स्तर (पीक) आया था और जब एक दिन में 4000 से अधिक नये मामले सामने आ रहे थे, उस अवधि के दौरान होने वाली जांच की तुलना में दिल्ली सरकार ने प्रतिदिन आधार पर जांच की संख्या में करीब तीन गुना तक बढ़ोतरी की है।
मंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार ने उच्चतम न्यायालय में एक विशेष अनुमति याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि यह याचिका तब दायर की गई जब दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली के कई निजी अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिए 80 प्रतिशत आईसीयू बिस्तर आरक्षित रखने की अनुमति नहीं दी और शीर्ष अदालत ने सरकार को उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ का रुख करने को कहा है। जैन ने कहा, ‘‘लगभग दो से तीन महीने पहले, हमने केंद्र को शहर में केंद्र संचालित अस्पतालों में लगभग 1,000 बिस्तर और 300 आईसीयू बिस्तर बढ़ाने के लिए पत्र लिखा था।’’