नई दिल्ली: गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को मंगलवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया। गृह मंत्रालय (MHA) के आदेश के अनुसार, फिलहाल सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक के रूप में कार्यरत अस्थाना तत्काल प्रभाव से दिल्ली पुलिस आयुक्त का कार्यभार संभालेंगे। अस्थाना की नियुक्ति 31 जुलाई को उनके सेवानिवृत्त होने से कुछ दिन पहले हुई है। उनका कार्यकाल एक साल का होगा। ऐसे बहुत कम उदाहरण हैं जब AGMUT कैडर के बाहर एक IPS अधिकारी को दिल्ली पुलिस प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया हो।
अस्थाना सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर भी रह चुके हैं। संयुक्त बिहार में चारा घोटाले से संबंधित मामले की जांच में भी राकेश अस्थाना की अहम भूमिका रही थी। लंबे वक्त तक गुजरात में काम करने की वजह से राकेश अस्थाना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। अस्थाना का नाम विवादों में भी रहा है और उनके ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग चुके हैं। कुछ साल पहले हैदराबाद के एक कारोबारी सतीश सना ने उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिसके चलते अस्थाना और तत्कालीन CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा में टकराव देखने को मिला था। सरकार को आगे आकर इस मामले को सुलझाना पड़ा था और बाद में CBI से राकेश अस्थाना का तबादला किया गया था।
बता दें कि 29 जून को 1988 बैच के आईपीएस अफसर बालाजी श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस का कार्यकारी पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे बालाजी श्रीवास्तव से तत्काल प्रभाव से यह जिम्मेदारी ले ली गई है। अब इनके पास अब केवल विजिलेंस की जिम्मेदारी रहेगी और वह इस विभाग के विशेष आयुक्त पद पर बने रहेंगे। राकेश अस्थाना 31 जुलाई को रिटायर होने वाले हैं ऐसे में यह तय है कि उन्हें सेवा विस्तार दिया जाएगा।
ऐसा दूसरी बार है जब दिल्ली पुलिस के आयुक्त की जिम्मेदारी दूसरे कैडर के अधिकारी को दी गई है। इनसे पहले वाजपेयी सरकार में जब आडवाणी गृहमंत्री थे तब अजय राज शर्मा को दिल्ली पुलिस का कमिश्नर बनाया गया था जो यूपी कैडर के आइपीएस अफसर थे।