नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हिस्सों में शनिवार सुबह हल्की बारिश हुई जबकि बादल छाये रहने के चलते न्यूनतम तापमान बढ़कर सात डिग्री सेल्सियस हो गया। यह जानकारी भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दी। सफदरजंग में ‘‘मध्यम’’ स्तर के कोहरे के चलते दृश्यता घटकर 201 मीटर रह गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ‘‘बहुत घना’’ कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 से 50 मीटर के बीच होती है। ‘‘घना’’ कोहरा तब होता है जब दृश्यता 51 से 200 मीटर के बीच होती है, ‘‘मध्यम’’ कोहरा तब होता है जब दृश्यता 201 और 500 मीटर के बीच होती है और ‘‘हल्का’’ तब होता है जब दृश्यता 501 और 1,000 मीटर के बीच होती है।
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आईएमडी ने कहा, ‘‘हमारे पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का असर दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत पर शुरू हो गया है। पालम में 0.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। रिज, आयानगर और लोधी रोड में बूंदाबांदी हुई है।’’ पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते दिल्ली में अगले दो से तीन दिनों में न्यूनतम तापमान बढ़कर 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
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शुक्रवार को, पारा गिरकर 1.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था, जो जनवरी में 15 साल में सबसे कम था और ‘‘बहुत घने’’ कोहरे के चलते दृश्यता ‘‘शून्य’’ मीटर तक हो गई थी। आठ जनवरी 2006 को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अब तक का सबसे कम तापमान जनवरी 1935 में शून्य से नीचे 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
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आईएमडी ने कहा कि पिछले साल जनवरी में सबसे कम न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि न्यूनतम तापमान ‘‘तीव्र’’ पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में बढ़ने लगा है, जो छह जनवरी तक उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करेगा। उन्होंने कहा कि अगले दो से तीन दिनों के दौरान दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है।