दिल्ली एनसीआर की पहली बारिश ने ही राजधानी का बुरा हाल कर दिया है। शुक्रवार को सुबह 5 बजे से जमकर बारिश हुई, जो करीबन 2 घटें तक चली। इस कारण दिल्ली की सड़कें तालाब बनी नजर आईं। आलम ये रहा कि पहली ही बारिश ने दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर रख दी। अब इस पर आईएमडी ने अपने आंकड़े जारी किए हैं। आईएमडी ने बताया कि बारिश ने तोड़ा 88 साल का पुराना रिकार्ड तोड़ दिया है।
88 सालों बाद हुई इतनी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 228.1 मिमी बारिश दर्ज़ की गई है। ये पिछले 124 सालों में दूसरी सबसे अधिक बारिश है, जबकि पिछले 88 सालों में इस साल जून में दर्ज की गई सबसे अधिक बारिश है। वहीं, दिल्ली में 28 जून तक 234.5 मिमी बारिश दर्ज़ की गई है, जो पिछले 124 सालों में जून महीने की तीसरी सबसे अधिक बारिश है।
दो दिन पहले आया मानसून
मौसम विभाग ने आगे स्पष्ट करते हुए बताया कि आईएमडी के सफदरजंग हवाई अड्डे की वेधशाला ने 1 जून से 28 जून के बीच 234.5 मिमी वर्षा दर्ज की, जो पिछले 124 वर्षों में तीसरी सबसे अधिक वर्षा है। इससे पहले 28 जून 1936 में 235.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। आगे बताया कि राजधानी में मानसून सामान्य से 2 दिन पहले ही आ गया है। दिल्ली में आमतौर पर मानसून 30 जून को आता है।
होगी और 3 दिन तक बारिश
आईएमडी की मानें तो ये बस अभी शुरूआत है, 30 जून से 2 जुलाई तक दिल्ली में बारिश का सिलसिला चलता रहेगा यानी दिल्लीवालों को बस 1 दिन की राहत मिलेगी। इस दौरान पारा में गिरावट बनी रहेगी ,जो 32 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। इसके बाद 3 और 4 जुलाई को भी बारिश या गरज के साथ हल्की बौछार पड़ने की संभावना भी है।
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