Highlights
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के रीजनल डायरेक्टर धर्मवीर शर्मा का बयान
- 'कुतुब मीनार को कुतब-उद-दीन ऐबक ने नहीं बनवाया'
- 'मीनार का निर्माण पांचवीं शताब्दी में सम्राट विक्रमादित्य ने कराया'
Qutub Minar: वाराणसी का ज्ञानवापी विवाद अभी थम भी नहीं पाया था और अब दिल्ली के कुतुब मीनार (Qutub Minar) पर भी हंगामा शुरू हो गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के रीजनल डायरेक्टर धर्मवीर शर्मा ने दावा किया है कि कुतुब मीनार का निर्माण पांचवीं शताब्दी में सम्राट विक्रमादित्य ने कराया था और वह इसके जरिए सूर्य की स्थिति पर अध्ययन करना चाहते थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धर्मवीर शर्मा का दावा है कि कुतुब मीनार (Qutub Minar) को कुतब-उद-दीन ऐबक ने नहीं बनवाया बल्कि ये तो एक सन टॉवर है। इसके बारे में सबूत भी हैं। उन्होंने कहा कि इसमें 25 इंच का झुकाव है क्योंकि इससे सूर्य का अध्ययन किया जाता था। ये एक तरह का विज्ञान है। इसके दरवाजे उत्तर मुखी हैं, जिससे रात में ध्रुव तारा देखा जा सकता था।
हिंदू संगठनों ने की थी नाम बदलने की मांग
बीते हफ्ते हिंदू संगठनों ने कुतुब मीनार परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ किया था और इसका नाम विष्णु स्तंभ करने की मांग की थी। यूनाइटेड हिंदू फ्रंट नाम के संगठन का ये दावा था कि कुतुब मीनार को हिंदू मंदिरों को तोड़कर बनाया गया था। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई भी की थी और कुल लोगों को हिरासत में लिया था।