नयी दिल्ली: मानसून के आगमन के साथ ही बारिश से शहर के निचले इलाकों में जलजमाव जैसी समस्याओं से निपटने के लिए इस बार दिल्ली सरकार ने एक नई योजना बनाई है। दिल्ली सरकार ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने मंगलवार को कहा कि मानसून के दौरान सड़क रखरखाव और बिजली इकाइयों के फील्ड कर्मचारियों को छुट्टी लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि शहर को जलभराव से मुक्त रखने की तैयारी चल रही है।
दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी के कार्यालय आदेश के मुताबिक, किसी भी अपरिहार्य/असाधारण परिस्थितियों में संबंधित मुख्य अभियंता से पहले से मंजूरी लेने पर अवकाश स्वीकृत किया जा सकता है। उसमें कहा गया है कि आगामी मानसून को देखते हुए, सक्षम प्राधिकारी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि लोक निर्माण विभाग के नियंत्रण के तहत स्टॉर्म वॉटर पंप हाउस का रखरखाव करने वाले, सड़क रखरखाव एवं बिजली इकाइयों के किसी भी फील्ड कर्मचारी को मानसून अवधि के दौरान छुट्टी नहीं दी जाएगी।
पिछले साल, मिंटो ब्रिज अंडरपास पर जलभराव में गाड़ियों के फंसने की तस्वीरें सामने आई थीं जहां एक डिलिवरी वैन चालक डूब गया था । शहर को जलभराव से मुक्त रखने के लिए नगर निकाय बड़े पैमाने पर नालों से गाद और कचरा हटाने का काम कर रहे हैं। पीडब्ल्यूडी और दिल्ली की तीन नगर निगमों (एमसीडी) ने उम्मीद जताई कि महीने के अंत तक मानसून की शुरुआत से पहले नालों से गाद निकालने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
इससे पहले, पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि काम "पटरी पर" है और 20 से 25 जून के बीच पूरा हो जाएगा। अधिकारी ने बताया कि मोटे अनुमान के तहत 1054 किलोमीटर के दायरे में फैले करीब दो हजार नाले पीडीब्ल्यूडी के तहत आते हैं। पीडब्ल्यूडी राष्ट्रीय राजधानी में 1260 किलोमीटर सड़क का रखरखाव करता है।
इनपुट-भाषा