नयी दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पल्स ऑक्सीमीटर को ‘सुरक्षा कवच’ करार देते हुए कहा कि इसने दिल्ली में घरों में पृथक-वास में रह रहे कोविड-19 के मरीजों की मौत न्यूनतम करने में मदद पहुंचायी है। दिल्ली सरकार ने घरों में पृथक-वास में रहने वाले बिना लक्षण और मामूली लक्षण के कोविड-19 मरीजों को पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराया है।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली पल्स ऑक्समीटर नामक इस सुरक्षा कवच के माध्यम से कोरोना वायरस के मरीजों की मौत को न्यूनतम कर पायी है। यदि मरीज अपने ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट पाते हैं तो वे मदद के लिए हमसे संपर्क करते हैं। हम तत्काल उनके घर ऑक्सीजन कोंसेन्ट्रेटर भेजते है या उन्हें अस्पताल में ले आते हैं।’’ पल्स ऑक्सीमीटर एक ऐसा उपकरण है जो रक्त में ऑक्सीजन के स्तर को मापता है।
स्वास्थ्य दिशानिर्देशों के अनुसार कोरोना वायरस के मरीजों में ऑक्सीजन का स्तर 90 फीसद या उससे नीचे चला जाता है तो उसे अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होती है। दिल्ली में 24 जून के बाद के पखवाड़े में कोविड-19 मौतों पर सरकार द्वारा कराये गये सर्वेक्षण से खुलासा हुआ कि जुलाई के पहले सप्ताह में घरों मे पृथक-वास में रह रहे किसी मरीज की जान नहीं गयी। दूसरा, कुल मौतें भी बहुत घटी हैं।
दिल्ली सरकार के एक बयान के अनुसार पिछले पखवाड़े में कुल 691 मौतें हुई जिनमें से बस सात घरों में पृथक-वास में थे। बयान के मुताबिक जुलाई में घरों में पृथकवास में रह रहे किसी मरीज की मौत नहीं हुई। इसका सारा श्रेय घरों मे पृथकवास में रह रहे मरीजों को ऑक्सीमीटर प्रदान करने के मुख्यमंत्री के निर्णय को जाता है।