सीएए कानून लागू कर दिया गया है। इस बीच जामिया मिलिया इस्लामिया में शाम को इसके विरोध में दो प्रोटेस्ट हुए। पहला प्रोटेस्ट छात्र संघ NSUI की तरफ से और दूसरा प्रोटेस्ट सभी संगठनों के छात्रों ने मिलकर किया। इस कारण जामिया मिलिया इस्लामिया के परिसर में पुलिस बल तैनात किया गया है। मुस्लिम स्टूडेंट्स फेडरेशन (MSF) की अगुवाई में छात्रों के एक ग्रुप ने मोदी सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
छात्र संघ ने किया विरोध-प्रदर्शन
वहीं, कांग्रेस से संबद्ध भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) ने भी सीएए लागू किए जाने का विरोध किया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि परिसर के बाहर भीड़ को जमा होने से रोकने के लिए जामिया परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, जामिया के कार्यवाहक कुलपति इकबाल हुसैन ने कहा, "हमने परिसर में किसी भी तरह के आंदोलन को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। परिसर के पास छात्रों या बाहरी लोगों को सीएए के खिलाफ किसी भी तरह का प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।"
वीडियो आया सामने
वहीं, इस प्रदर्शन का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें छात्रों का एक ग्रुप पोस्टर और बैनर लेकर जामिया परिसर में सीएए और एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) के खिलाफ नारेबाजी करता हुआ नजर आ रहा है।
एनएसयूआई ने बयान जारी कर किया विरोध
जामिया एनएसयूआई के अध्यक्ष एनएस अब्दुल हमीद और उपाध्यक्ष दिब्या ज्योति त्रिपाठी ने विरोध-प्रदर्शन को लेकर संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। वहीं, एनएसयूआई की जामिया शाखा ने कहा, "एनएसयूआई जामिया मिलिया इस्लामिया असंवैधानिक सीएए को लागू करने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध करता है।"
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