नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के निकट सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने धुले हुए कपड़ों को तेजी से सुखाने के लिए इस्त्री करने की व्यवस्था शुरू की है। दरअसल सर्दियों के इस मौसम में अच्छी तरह धूप नहीं निकलने के कारण धुलाई के बाद कपड़ों को सूखने में काफी समय लगता है। अमृतसर में ऑटो रिक्शा चलाने वाले सरवन सिंह ने प्रदर्शनकारियों की मदद के लिए इस्त्री करने की सेवा शुरू की है। उनका कहना था कि आंदोलन का हिस्सा होना जरूरी है, हालांकि उनके बच्चे चाहते हैं कि वह घर लौट जाएं।
उन्होंने कहा, ‘‘बारिश होने के बाद हमें महसूस हुआ कि धुलाई के बाद कपड़ों को सुखाने में बहुत समय लगता है। इसलिए हमने सोचा कि कुछ इस्त्री लाने से समस्या का समाधान हो जाएगा।’’ सिंह एक हफ्ते पहले प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे हैं। उनका कहना था, ‘‘यह विरोध प्रदर्शन सबके लिए है। मैं आंदोलनकारियों की मदद करना चाहता था और इसलिए हमने इस्त्री करने का इंतजाम किया।’’
प्रदर्शन स्थल पर एक स्टाल लगाकर तीन-चार लोग इस्त्री करने के काम में लगे हुए हैं। वे चार-चार घंटे की पालियों में काम कर रहे हैं। यह स्टाल दिन में 10 घंटे खुला रहता है। लुधियाना के सेवा सिंह भी इस काम में हाथ बंटा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें चार घंटों के भीतर करीब 200-250 कपड़े प्रेस करने के लिए मिलते हैं।’’