Highlights
- ड्रोन से कोविड वैक्सीन पहुंचाने में हमें फायदा मिला: पीएम मोदी
- किसानों का ड्रोन के प्रति विश्वास बढ़ा
- ड्रोन से जुड़े कई प्रतिबंधों को हमने हटाया
PM Modi on Drone Mahotsav: पीएम मोदी ने ड्रोन महोत्सव शुक्रवार सुबह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने ड्रोन प्रदर्शनी को भी देखा। इसके बाद अपने संबोधन से प्रधानमंत्री ने कहा कि जितने भी पॉलिसी मेकिंग करने वाले अधिकारी हैं, वे इस महोत्सव में जरूर आएं। उन्हें नई टेक्नोलॉजी को देखने का मौका मिलेगा। गवर्नेंस में भी कई इनिशिएटिव हैं, जो हम उपयोग में ला सकते हैं। पीएम ने कहा कि मैं महोत्सव में हर स्टॉल पर गया। सभी ने गर्व से कहा कि ये ड्रोन मेड इन इंडिया हैं, सब हमने बनाए हैं। यह जानकर खुशी हुई। ड्रोन इंजीनियर्स, स्टार्टअप्स भी यहां हैं। हजारों लोग इस दो दिनी महोत्सव का हिस्सा भी बनेंगे, इसका मुझे विश्वास है। मुझे कई किसान ऐसे मिले, जो खेती में ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। 150 ड्रोन पायलेट्स सर्टिफिकेट्स दिए जाने वाले हैं, मेरी सभी को शुभकामनाएं।
ड्रोन टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट बन रहा हे देश
आज दुनिया में ड्रोन टेक्नोलॉजी का एक्सपर्ट बनने की ओर भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। 8 साल पहले यही वो समय था, जब भारत में हमने सुशासन के नए मंत्रों को लागू करने की कोशिश की थी।इज आफ डुइंग बिजनेस को अपना मंत्र बनाया। हमने टेक्नोलॉजी को सभी के लिए सुलभ करने की दिशा में कदम उठाए हैं, और आगे भी उठाने वाले हैं।
'टेक्नोलॉजी का डर दिखाने वाले भी कम नहीं रहे'
हमारे यहां कुछ लोग टेक्नोलॉजी का डर दिखाकर उसे नकारने का प्रयास करते हैं। लेकिन बदलाव के साथ खुद को बदलने से ही तरक्की संभव होती है। पहले टेक्नोलॉजी को एंटी पुअर साबित करने की कोशिश की गई। उदासीन का वातावरण रहा, व्यवस्था का स्वभाव नहीं बन पाया था। इसका नुकसान गरीब और मिडिल क्लास को हुआ है। जो आशा से भरे लोग थे, उन्हें निराशा में जीना पड़ा।
बताया गया है कि इस दो दिनी ड्रोन महोत्सव में 1600 लोग हिस्सा लेंगे। दो दिवसीय ‘भारत ड्रोन महोत्सव’ 27 मई से शुरू हो रहा है। हमारे किसान ड्रोन टेक्नोलॉजी की ओर आकर्षित हो रहे है। ये टेक्नोलॉजी किसानों के लिए हौवा नहीं रह गई है। ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव और आसान हो गया है। इस बारे में मुझे कई किसानों ने बताया है। पीएम मोदी ने सॉइल हेल्थ कार्ड को भी बड़ी ताकत बनाया। सॉइल टेस्टिंग की महत्ता भी जताई।
इवेंट में क्या है खास?
इस इवेंट में सरकारी अधिकारियों, विदेशी राजनयिकों, सशस्त्र बलों, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, निजी कंपनियों और ड्रोन स्टार्टअप से जुड़े 1,600 से अधिक लोग भाग ले रहे हैं। बयान के अनुसार, 70 से अधिक प्रदर्शक (एक्जीबिटर्स) प्रदर्शनी में ड्रोन के विभिन्न इस्तेमालों के संबंध में जानकारी देंगे। बयान में कहा गया कि इस महोत्सव में डिजिटल माध्यम से ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट बांटे जाएंगे, उत्पादों का उद्घाटन होगा, पैनल चर्चाएं होंगी, परिचालन दिखाए जाएंगे और मेड इन इंडिया ड्रोन टैक्सी का मॉडल भी दिखेगा।